Punjab Politics: 'शिअद बादलों की जागीर नहीं...', अकाली नेता वडाला बोले- सुखबीर को लोगों ने आईना दिखा दिया है
शिरोमणि अकाली दल का भीतरी कलह थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब बागी गुट के गुरप्रताप सिंह वडाला ने कहा कि अकाली दल बादलों की जागीर नहीं है। सच्चाई तो यह है कि बादल परिवार के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई है और लोगों ने उन्हें आईना दिखा दिया है। उन्होंने कहा कि सुखबीर कुछ लोगों के साथ मिलकर पार्टी को बर्बाद करने पर तुले हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) में बगावत के सुर तेज हो गए हैं। बागी गुट ने पार्टी अध्यक्ष सुखबीर बादल पर जालंधर पश्चिमी विधानसभा उपचुनाव से भागने का आरोप लगाया है।
बागी गुट के नेता प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जागीर कौर, सिकंदर सिंह मलूका और गुरप्रताप सिंह वडाला ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्टी अध्यक्ष को ऐसा नहीं करना चाहिए था।
बादल परिवार के पैरों के नीचे से खिसकी जमीन: गुरप्रताप वडाला
पूर्व विधायक गुरप्रताप वडाला ने कहा कि शिअद बादलों की जागीर नहीं है। भले ही सुखबीर बादल कितने भी हाथ खड़े करवा लें, लेकिन हकीकत यह है कि बादल परिवार के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई है और लोगों ने आईना दिखा दिया है।चंदूमाजरा ने कहा कि खुद को बचाने के लिए सुखबीर बादल चुनिंदा लोगों से मिलकर पार्टी को बर्बाद करने में लगे हैं। जिन लोगों ने भाजपा सरकारों में मंत्रिमंडल का लुत्फ उठाया, वे अब हमें भाजपा का एजेंट बता रहे हैं।जिन लोगों ने मंत्रिमंडल का आनंद लिया, उन्होंने सुरजीत सिंह बरनाला के प्रधानमंत्री बनने का रास्ता रोका, चंडीगढ़ के मेयर और राष्ट्रपति पद के लिए वोट दिया व तीन कृषि कानूनों का समर्थन किया।
अकाली दल को बचाने के लिए लड़ रहे हैं: चंदूमाजरा
यही नहीं, प्रकाश सिंह बादल से बयान भी दिलवाया था। चंदूमाजरा ने कहा कि वह अकाली दल को बचाने के लिए लड़ रहे हैं।उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल लहर शुरू करने के बाद किसी ऐसे व्यक्ति को अध्यक्ष बनाया जाएगा जो धार्मिक और सिख दृष्टिकोण व धर्म और राजनीति की समझ रखता हो। जो व्यक्ति पार्टी का अध्यक्ष बनेगा वह मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं होगा।
यह भी पढ़ें- Punjab News: 'नेतागिरी चमकाने की खातिर गुटबाजी में उलझी शिअद...', CM मान ने अकाली दल की स्थिति पर कसा तंजशिअद प्रवक्ता डॉ. दलजीत चीमा ने चंडीगढ़ में पार्टी कार्यालय में आरोप लगाया कि चंदूमाजरा कहते हैं कि उनमें से कोई भी पार्टी प्रधान बनना नहीं चाहता, जबकि हकीकत यह है कि सभी बागी प्रधान बनना चाहते हैं।
न उनके पास काडर है, न प्रोग्राम और प्रधान भी अप्लाइड फॉर है। एक प्रधान पर सारी जिम्मेदारी डाल बागी नेता अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते।उन्होंने कहा कि सुखबीर प्रधानमंत्री मोदी से इसलिए मिलने गए थे, क्योंकि प्रकाश सिंह बादल के निधन के बाद प्रधानमंत्री ने सारे प्रोटोकॉल तोड़कर उनके अंतिम दर्शन किए थे। एक बेटा प्रधानमंत्री का धन्यवाद करने गया था।
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