मोबाइल बंद करने की गलती मत करना, सेवानिवृत्त लेक्चरर को 36 घंटे रखा डिजिटल अरेस्ट; ठगे 99.49 लाख
रुपनगर में एक सेवानिवृत्त महिला लेक्चरर को डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 99.49 लाख रुपये का चूना लगाया गया। मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर ठगों ने महिला को डराया और उसके छह बैंक खातों से पैसे ट्रांसफर करवा लिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साइबर क्राइम के शिकार होने पर तुरंत शिकायत दर्ज कराएं।
संवाद सहयोगी, रूपनगर। मनी लांड्रिंग मामले में मुंबई में केस दर्ज होने की धमकी देकर सेवानिवृत्त महिला लेक्चरर को 36 घंटे डिजिटल अरेस्ट रखा और 99.49 लाख रुपये ठग लिए। पीड़िता ने बताया कि उसके मोबाइल फोन पर 18 नवंबर को वीडियो कॉल आई थी, जिसके माध्यम से उससे ठगी की गई।
उसने बताया कि उसके पति का निधन हो चुका है। बुजुर्ग महिला ने बताया कि कॉल करने वाले ने जब खुद को क्राइम ब्रांच मुंबई का अधिकारी बताया तो उसने वीडियो कॉल करने का कारण पूछा। फोन करने वाले ने चेतावनी दी कि फोन को बंद करने की गलती मत करना क्योंकि आपको डिजिटली अरेस्ट किया जा चुका है। आपके खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला क्राइम ब्रांच मुंबई में दर्ज किया गया है।
छह अकाउंट से मनी लांड्रिंग की जा रही
इसके बाद एक गवाह के रूप में किसी डीएचएल कंपनी के कर्मचारी का जिक्र करते हुए फोन करने वाले ने कहा कि अब आपके साथ हमारे वरिष्ठ अधिकारी बात करेंगे। पीड़िता के अनुसार वरिष्ठ अधिकारी उर्दू में बात कर रहा था। उसने मामला दर्ज करने की पुष्टि की।उसने कहा कि आपके छह अकाउंट खुले हैं जिनके माध्यम से मनी लांड्रिंग की जा रही है। उसने धमकाया कि इस मामले की आरबीआई द्वारा भी जांच की जा रही है। डीजी क्राइम मुंबई के आफिस का सीन किया रीक्रिएट, अंग्रेजी में कर रहे थे बात महिला के अनुसार वह काफी डर गई थी।
जबकि इसी बीच काल पर कोई अन्य व्यक्ति आ गया जिसने अपना नाम बाल सिंह राजपूत बताया और कहा कि वो डीजी क्राइम मुंबई है जबकि उसकी कुर्सी के पीछे क्राइम ब्रांच का लोगो भी दिखाई दे रहा था। व्यक्ति ज्यादातर अंग्रेजी में बातचीत कर रहा था और डिजिटल अरेस्ट के वारंट भी दिखाए।
ठगों ने रातभर महिला को कॉल पर रखा। सुबह होते ही बैंक जाकर यह कहते हुए पैसा ट्रांसफर करने को कहा कि आरबीआई की जांच में अगर आप मनी लांड्रिंग में संलिप्त नहीं पाए जाते तो आपका सारा पैसा वापस मिल जाएगा, अन्यथा ट्रायल फेस करने के लिए तैयार रहें।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।