Punjab Politics: आखिर किन बातों से नाराज हैं सुनील जाखड़, क्या पंजाब के भाजपा अध्यक्ष पद से दे दिया है इस्तीफा?
Punjab News पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ के इस्तीफे को अफवाह बताते हुए भाजपा के पंजाब राज्य मामलों के प्रभारी विजय रूपानी ने कहा कि सुनील जाखड़ ने इस्तीफा नहीं दिया है और पार्टी उनके नेतृत्व में पंजाब में आगामी चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि जाखड़ निजी कारणों से दिल्ली गए थे जिसके कारण वे बैठक में शामिल नहीं हो सके।
एएनआई, चंडीगढ़। पंचायत चुनाव के बीच भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ के इस्तीफे की खबर से मानो पंजाब की सियासत में भूचाल सा आ गया।
इस बाबत एक अक्टूबर को को भाजपा के पंजाब राज्य मामलों के प्रभारी और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने भारतीय जनता पार्टी (पंजाब) प्रमुख सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) के इस्तीफे को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाया।
विजय रूपाणी ने कहा कि सुनील जाखड़ ने इस्तीफा नहीं दिया है और पार्टी उनके नेतृत्व में पंजाब में आगामी चुनाव लड़ेगी। पंजाब में आगामी पंचायत (Panchayat Election 2024) और चार विधानसभा उपचुनावों से संबंधित तैयारियों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद मीडिया से बात करते हुए रूपानी ने कहा कि इंटरनेट पर फैल रही यह खबर अफवाह के अलावा और कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा कि सुनील जाखड़ निजी कारणों से दिल्ली गए थे। यही वजह है कि वे आज की बैठक में शामिल नहीं हो सके। वे हमारे अध्यक्ष हैं और उनके नेतृत्व में हम पंजाब में आगामी चुनाव लड़ रहे हैं।
सोमवार को बैठक में नहीं हुए थे शामिल
पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ सोमवार को चंडीगढ़ में प्रदेश इकाई की अहम बैठक में शामिल नहीं हुए, जिससे उनके इस्तीफे की अटकलों को नया बल मिला है।
बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ भाजपा नेता विजय रूपाणी ने की, जिन्होंने पत्रकारों को बताया कि जाखड़ निजी यात्रा पर दिल्ली गए हुए हैं और आगामी पंचायत चुनाव तथा चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव जाखड़ के नेतृत्व में ही होंगे।
पिछले सप्ताह की शुरुआत में जाखड़ प्रदेश इकाई की एक अन्य बैठक में शामिल नहीं हुए थे, जिससे अटकलें लगाई जा रही थीं कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस बीच, दिल्ली विधानसभा चुनाव पर चर्चा के लिए सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के आवास पर बैठक बुलाई गई।
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यह बैठक करीब आधे घंटे तक चली। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा संगठन महासचिव बीएल संतोष, दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, दिल्ली के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी और प्रवेश वर्मा भी मौजूद थे।
सोमवार को हुई थी वरिष्ठ नेताओं की मीटिंग
भाजपा के एक सूत्र ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि आज की बैठक में दिल्ली की अनाधिकृत कॉलोनियों, झुग्गी-झोपड़ियों, पानी की समस्या, बिजली बिल आदि के मुद्दे उठाने और दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार और उसके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की सच्चाई जनता के सामने लाने पर भी चर्चा हुई।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में आलाकमान ने 7 दिन के अंदर दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी का रोडमैप बनाने के निर्देश दिए हैं। केंद्र सरकार की खूबियों को जनता के सामने लाने और विधानसभा चुनाव जीतने की रणनीति बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक अरविंद केजरीवाल की कमियों और भ्रष्टाचार को जनता के सामने उजागर करने और केंद्र सरकार की उपलब्धियों को ज्यादा से ज्यादा दिल्ली की जनता के सामने लाने जैसी रणनीतियों पर चर्चा हुई है।
बीजेपी से नाराज हैं सुनील जाखड़?
सुनील जाखड़ की नाराजगी के दो कारण हैं। एक तो पंजाब भाजपा में बाहरी बनाम पुराने का मुद्दा चरम पर है और दूसरा पार्टी ने राज्यसभा में भेजने को लेकर भी उन्हें तवज्जो नहीं दी।
जानकारी के अनुसार, रवनीत सिंह बिट्टू को केंद्र में मंत्री बनाए जाने से भी वे नाखुश थे। क्योंकि वरिष्ठ नेता हैं, उनकी उपेक्षा कर बिट्टू को मंत्री बना दिया गया। ऐसी खबर थी सुनील जाखड़ ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इस्तीफा देने की पेशकश की थी।
सुनील जाखड़ के इस्तीफा देने के प्रस्ताव वाले पत्र के बाद ही गृहमंत्री ने उन्हें बुलाया था। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से भी उन्हें मिलने के लिए बुलाया गया था।
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