भगवान के स्वागत के लिए रामनगरी तैयार, दीपोत्सव के साथ चमकेगा अयोध्या की कीर्ति का सूरज

  • Story By: Nitesh Srivastava

लंका विजय के बाद श्रीराम के अयोध्या आगमन की स्मृति का महापर्व आज, जलेंगे 28 लाख दीप

रामनगरी इसी वर्ष 22 जनवरी को भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ पहले ही 496 वर्ष पूर्व खोया गौरव प्राप्त कर अपार संतुष्टि में लीन है और अब आठवें दीपोत्सव के माध्यम से यह संतुष्टि स्वर्णिम आरोह के नए शिखर का स्पर्श करने को है। 

यद्यपि दिन ढलने के बाद अंधेरा घिर चुका होगा, किंतु 28 लाख दीप प्रज्ज्वलित होने के साथ अयोध्या की कीर्ति का सूरज चमकेगा। 

रामकी पैड़ी़, चौधरी चरण सिंह घाट और भजन संध्या स्थल पर मंगलवार की शाम तक सभी 28 लाख दीप सज्जित कर दिए गए हैं। इन्हें सज्जित करने के अभियान में 30 हजार स्वयंसेवक तीन दिन तक पूर्ण मनोयोग से संलग्न रहे। यद्यपि उनके अभियान की पूर्णाहुति बुधवार को दीपों के प्रज्ज्वलन से होगी। 

इससे पूर्व त्रेतायुगीन पुष्पक विमान की स्मृति जीवंत करते हुए श्रीराम, सीता, भरत, लक्ष्मण एवं हनुमान के स्वरूप हेलीकाप्टर से सरयू तट स्थित हेलीपैड पर उतरेंगे और उनकी अगवानी पूरे आदर और उत्सव धर्मिता के साथ राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री अन्य विशिष्ट लोगों के साथ करेंगे। दीप प्रज्ज्वलन के साथ दीपोत्सव का मुख्य आयाम पैड़ी परिसर में प्रशस्त होगा और इसके बाद रामकथापार्क का मंच पुन: आकर्षण का केंद्र बनेगा। रात्रि 8:30 बजे से 11 बजे तक इस मंच पर रूस, नेपाल, श्रीलंका, सिंगापुर आदि देशों के कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे। 

लगातार सातवीं बार गिनीज बुक में दर्ज होने को तैयार रामनगरी: दीपोत्सव युगों पूर्व श्रीराम की लंका विजय की स्मृति में मनाया जाता है। दीपोत्सव का प्रत्येक संस्करण भव्यता का प्रतिमान गढ़ने वाला रहा है, किंतु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मनाए जाने वाले दीपोत्सव की आभा अवर्णनीय प्रतीत हो रही है। इस बार 28 लाख दीपों के साथ अयोध्या के दीपोत्सव को लगातार सातवीं बार गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज कराने की तैयारी है। 

पुष्पक विमान से होगी जीवंत त्रेतायुगीन स्मृति: पर्यटन विभाग ने अयोध्या को सजाने और संवारने के लिए एजेंसियों को चयनित किया है। उसी में से एक विविद इंडिया एडवरटाइजिंग एंड मार्केटिंग कंपनी है। कंपनी की सवीना जेटली ने बताया कि लता चौक के पीछे की साइड एक पुष्पक विमान बनाया जा रहा है। इसे फ्लेक्स पर न बना कर 36 फीट ऊंचे और 24 फीट चौड़े कैनवास पर बनाया जा रहा है। इसमें श्रीराम की पांच फीट 10 इंच ऊंची तथा माता सीता की पांच फीट चार इंच ऊंची प्रतिमाओं सहित भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न एवं हनुमान जी को भी अंकित किया गया है। 

आतिशबाजी से भी प्रतिमान गढ़ेगी दीपोत्सव की भव्यता: दीपोत्सव के आठवें संस्करण की भव्यता गगनचुंबी आतिशबाजी से भी प्रतिमान गढ़ेगी। एक्सिस कम्युनिकेशन के प्रमुख संजय सिंह के अनुसार बुधवार की शाम पुराने सरयू पुल पर आतिशबाजी, लेज़र शो, फ्लेम शो और संगीत के संगम से भव्य कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा।