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Shani Gochar 2025: साल 2025 में इन दो राशियों पर शुरू होगी शनि की ढैय्या, रहना होगा बेहद सावधान!

शनिदेव को मोक्ष प्रदाता भी कहा जाता है। अच्छे कर्म करने वाले जातकों को शनिदेव (Shani Gochar 2025) शुभ फल प्रदान करते हैं। वहीं बुरे कर्म करने वाले जातकों को शनिदेव एक निश्चित समय के बाद अवश्य ही दंड देते हैं और कड़ी परीक्षा लेते हैं। देवों के देव महादेव की पूजा करने से शनिदेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा साधक पर बरसती है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 21 Nov 2024 07:45 PM (IST)
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Shani Gochar 2025: शनिदेव को कैसे प्रसन्न करें?
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, साल 2025 कई राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ रहने वाला है। वहीं, कई राशि के जातकों को विषम परिस्थिति से गुजरना पड़ सकता है। न्याय के देवता शनिदेव साल 2025 में राशि परिवर्तन (Shani Gochar 2025) करेंगे। शनिदेव के राशि परिवर्तन से कई राशि के जातकों को विशेष लाभ प्राप्त होगा। इनमें मकर राशि के जातकों को साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी। वहीं, कर्क राशि और वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी। जबकि, 2 राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या शुरू होगी। आइए, शनि राशि परिवर्तन के बारे में सबकुछ जानते हैं।

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शनि गोचर

ज्योतिषियों की मानें तो 29 मार्च, 2025 को न्याय के देवता शनिदेव राशि परिवर्तन करेंगे। 29 मार्च को शनिदेव रात में 09 बजकर 44 मिनट पर कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में शनिदेव 03 जून, 2027 तक रहेंगे। शनिदेव के राशि परिवर्तन से राशि चक्र की सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा।

सिंह राशि

वर्तमान समय में न्याय के देवता शनिदेव सिंह राशि के जीवनसाथी भाव को देख रहे हैं। साल 2025 में राशि परिवर्तन के साथ ही सिंह राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या शुरू होगी। सिंह राशि के स्वामी सूर्य देव हैं। वहीं, सूर्य देव के साथ शनिदेव का शत्रुवत संबंध है। इसके लिए सिंह राशि के जातकों को शनि की ढैय्या के दौरान विशेष सावधान रहने की जरूरत है। शनिदेव की कृपा पाने के लिए भगवान विष्णु की पूजा करें। रोजाना विष्णु चालीसा का पाठ करें। साथ ही पीले रंग का चंदन ग्रीवा यानी गर्दन और माथे पर लगाएं।

धनु राशि

धनु राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं और आराध्य जगत के पालनहार भगवान विष्णु हैं। इस राशि के जातकों पर भी शनिदेव के राशि परिवर्तन से ढैय्या शुरू होगी। अतः धनु राशि के जातकों को भी सावधान रहने की आवश्यकता है। हाल ही में धनु राशि के जातकों को साढ़े साती से मुक्ति मिली है। ज्योतिषियों की मानें तो शनि की ढैय्या के दौरान जातक को विशेष कठिनाई नहीं होती है। हालांकि, अहम फैसले लेते समय बड़ों की अवश्य ही राय लें। इसके साथ ही कच्चे दूध से भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इसके साथ ही गुरुवार के दिन लक्ष्मी नारायण जी को श्रीफल अर्पित करें। विष्णु चालीसा का पाठ करने से अवश्य ही शुभ कार्यों में सफलता मिलेगी।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।