Aaj ka Panchang 05 October 2024: आज की जाएगी देवी चंद्रघंटा की पूजा, पंचांग से जानें शुभ मुहूर्त
आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। नवरात्र की पावन अवधि में तीसरे दिन माता चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की जाती है। माना जाता है कि देवी के इस स्वरूप की पूजा करने से साधक को ऐश्वर्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है। ऐसे में आज कई शुभ-अशुभ योग भी बन रहे हैं। तो चलिए पंचांग से जानते हैं आज के लिए शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj ka Panchang 05 October 2024: आज यानी शनिवार, 05 अक्टूबर 2024 के दिन आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। नवरात्र की इस दिन पर देवी चंद्रघंटा की पूजा का विधान है। ऐसे में चलिए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं आज का पंचांग और शुभ मुहूर्त के विषय में।
आज का पंचांग (Panchang 05 October 2024)
आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि समाप्त - पूर्ण रात्रि तक
नक्षत्र - स्वाति
वार - शनिवार
ऋतु - शरद
शुभ समय
ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 04 बजकर 38 मिनट से 05 बजकर 27 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 02 मिनट से 06 बजकर 27 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 45 मिनट से 06 अक्टूबर रात 12 बजकर 34 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 50 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक
अमृत काल - सुबह 11 बजकर 41 मिनट से दोपहर 01 बजकर 29 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 06 बजकर 16 मिनट से रात 09 बजकर 33 मिनट तक
रवि योग - रात 09 बजकर 33 मिनट से 06 अक्टूबर सुबह 06 बजकर 17 मिनट तक
अशुभ समय
राहुकाल - सुबह 09 बजकर 15 मिनट से सुबह 10 बजकर 45 मिनट तक
गुलिक काल - सुबह 06 बजकर 20 मिनट से सुबह 07 बजकर 49 मिनट तक
विडाल योग - सुबह 06 बजकर 16 मिनट से रात 09 बजकर 33 मिनट तक
दिशा शूल - पूर्व
यह भी पढ़ें - Shardiya Navratri 2024: नवरात्र में करें श्रीफल के ये उपाय, जल्द प्राप्त होगा परिश्रम का पूर्ण फल
नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल - अअश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद
राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम - मेष, वृषभ, सिंह, तुला, धनु, मकर
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 11 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 01 मिनट पर
चंद्रोदय - सुबह 08 बजकर 20 मिनट पर
चन्द्रास्त - शाम 07 बजकर 21 मिनट पर
चन्द्र राशि - तुला
यह भी पढ़ें - Navratri Special Bhajan 2024: इन भजनों से करें नवरात्र के माहौल को और भी भक्तिमय
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।