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Gupt Navratri 2024: विवाह में बार-बार आ रही हैं बाधाएं, तो आषाढ़ गुप्त नवरात्र पर करें हल्दी के ये उपाय

आसाढ़ मास के गुप्त नवरात्र को बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जो साधक इस दौरान कठिन उपवास का पालन करते हैं मां दुर्गा उनकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं। इसके साथ ही शुभ फलों की प्राप्ति होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल आषाढ़ गुप्त नवरात्र की शुरुआत 6 जुलाई 2024 दिन शनिवार को होगी।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Fri, 05 Jul 2024 02:01 PM (IST)
Gupt Navratri 2024: जल्द विवाह के लिए करें ये 2 उपाय -

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में गुप्त नवरात्र का त्योहार बेहद विशेष माना जाता है। इस दिन देवी भक्त मां दुर्गा की 10 महाविद्याओं की विधि अनुसार पूजा करते हैं। जल्द ही आसाढ़ मास के गुप्त नवरात्र की शुरुआत होने वाली है। ऐसा माना जाता है कि जो जातक इस दौरान कठिन व्रत का पालन करते हैं, उन्हें जीवन की हर बाधाओं से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही व्यक्ति को अक्षय फलों की प्राप्ति होती है।

इस साल आषाढ़ गुप्त नवरात्र (Gupt Navratri 2024) की शुरुआत 6 जुलाई, 2024 दिन शनिवार को होगी, तो चलिए इस दिन से जुड़े कुछ ज्योतिष उपाय के बारे में जानते हैं, जिन्हें करने से विवाह से जुड़ी सभी समस्याओं का अंत हो जाएगा।

कब है आषाढ़ गुप्त नवरात्र ?

हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास के गुप्त नवरात्र की शुरुआत 6 जुलाई, 2024 दिन शनिवार को होगी। वहीं, इसका समापन 15 जुलाई, 2024 दिन सोमवार को होगा। इसके साथ ही कलश की स्थापना 06 जुलाई सुबह 05 बजकर 11 मिनट से लेकर 07 बजकर 26 मिनट पर करना अच्छा होगा।

जल्द विवाह के लिए करें ये 2 उपाय

स्नान के पानी में मिलाएं हल्दी

अगर आपके विवाह में देरी हो रही है, तो आपको आषाढ़ गुप्त नवरात्र के पूरे नौ दिनों तक पानी में हल्दी मिलाकर स्नान करना चाहिए। इसके साथ ही देवी से मनचाहे वर की प्रार्थना करनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस उपाय को करने से आपको सुयोग्य वर की प्राप्ति होगी।

हल्दी का तिलक लगाएं

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जो लोग जल्द विवाह की कामना रखते हैं, उन्हें आषाढ़ नवरात्र के दौरान अपने माथे और नाभि पर हल्दी का तिलक लगाना चाहिए। हल्दी को शुभता का प्रतीक माना जाता है। कहा जाता है कि इस उपाय को करने से जीवन में सकारात्मकता आती है। साथ ही मनचाहे वर की प्राप्ति होती है।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।