Mahabharat: द्रौपदी का चीरहरण देखकर भी क्यों चुप रहे भीष्म पितामह, बाण शय्या पर लेटे हुए दिया इसका उत्तर
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि महाभारत का युद्ध इतिहास के सबसे भीषण युद्धों में से एक रहा है। भीष्म पितामह महाभारत युद्ध के सबसे विद्वान और शक्तिशाली योद्धाओं में से एक है। लेकिन इसके बाद भी उन्होंने द्रौपदी के चीरहरण जैसी निंदनीय घटना पर कुछ नहीं कहा। जिसका कारण उन्होंने बाण शय्या पर लेटे हुए बताया।