Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Mother's Day 2024: रामायण काल की इन 5 माताओं ने सदैव सहानुभूति और मातृत्व भाव किया प्रदर्शित

हर साल मई के दूसरे रविवार को मातृ दिवस मनाया जाता है। इस बार मातृ दिवस 12 मई को है। मां का संतान से अधिक गहरा रिश्ता होता है। मां अपने बच्चे की खुशी के लिए जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करती हैं। रामायण (Ramanaya Mothers) काल में कुछ ऐसी माताओं का वर्णन देखने को मिलता है।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Sat, 11 May 2024 02:18 PM (IST)
Hero Image
Mother's Day 2024: रामायण काल की इन 5 माताओं ने सदैव सहानुभूति और मातृत्व भाव किया प्रदर्शित

धर्म डेक्स, नई दिल्ली। Mother's Day Special: हिंदू धर्म में मां का अधिक महत्व है। हर साल मई के दूसरे रविवार को मातृ दिवस (Mother's Day 2024) मनाया जाता है। इस बार मातृ दिवस 12 मई को है। मां का संतान से अधिक गहरा रिश्ता होता है। मां अपने बच्चे की खुशी के लिए जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करती हैं। रामायण काल में कुछ ऐसी माताओं का वर्णन देखने को मिलता है, जिनका मातृत्व का उदाहरण आज के समय में भी दिया जाता है। आइए, मातृ दिवस के अवसर पर हम आपको रामायण काल की कुछ ऐसी माताओं के बारे में बताएंगे, जिन्होंने सदैव सहानुभूति और मातृत्व भाव प्रदर्शित किया।

यह भी पढ़ें: Mother's Day 2024: देवताओं के समान है मां का स्थान, वेदों में मिलता है जननी की महिमा का बखान

1. माता कैकेयी (Mata Kaikeyi)

रामायण में माता कैकेयी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने भगवान श्रीराम को 14 साल का वनवास दिया था। क्योंकि भरत को राज सिंहासन पर विराजित करना था, लेकिन इसके बाद माता कैकेयी ने राम जी को वनवास भेजने का पश्चाताप भी किया था।

2. माता मंदोदरी (Mata Mandodari)

माता मंदोदरी मयदानव की पुत्री थी। उनका विवाह लंकापति रावण के साथ हुआ था।उन्होंने जीवन में सदैव सत्य और नीति के मार्ग को अपनाया। मंदोदरी ने माता सीता के प्रति सदैव सहानुभूति की प्रकट की थी। इसलिए माता सीता का मंदोदरी के प्रति अधिक लगाव था।

3. माता सुमित्रा (Mata Sumitra)

राजा दशरथ की तीन महारानियों और रामायण की पात्र में एक हैं माता सुमित्रा। उनको भगवान श्रीराम के वनवास जाने का दुख हुआ, लेकिन इसके बाद भी माता सुमित्रा अपनी संतान को सदैव प्रेरित करती रहीं।

4. माता सीता (Mata Sita)

माता सीता के पिता का नाम राजा जनक और माता का नाम रानी सुनयना है। उन्होंने दो पुत्रों लव और कुश को जन्म दिया था। उन्होंने अपनी संतान का पालन-पोषण बेहद स्नेह से किया।

5. माता कौशल्या (Mata Kaushalya)

माता कौशल्या राजा दशरथ की पत्नी और देव माता अदिति का अवतार थीं। उन्होंने प्रभु राम को जन्म देकर मातृत्व का उदाहरण दिया। उनका राम जी के प्रति अधिक प्रेम था।

यह भी पढ़ें: Mother's day पर मम्मी को वास्तु के अनुसार दे सकते हैं ये गिफ्ट, खुशी के साथ-साथ भाग्य में भी होगी वृद्धि

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।