Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Cyber Crime: पहले दिया टास्क का लालच, फिर Investment के नाम पर युवती से तीन दिन में ठगे 22.95 लाख

    By Avinash Jaiswal Edited By: Prateek Gupta
    Updated: Wed, 12 Nov 2025 07:32 AM (IST)

    आगरा में एक युवती साइबर ठगी का शिकार हुई। उसे ऑनलाइन रेटिंग के नाम पर पहले लालच दिया गया, फिर निवेश के नाम पर 22.95 लाख रुपये ठग लिए गए। पीड़िता ने दोस्तों से उधार लेकर भी पैसे जमा किए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

    Hero Image

    प्रतीकात्मक चित्र।

    जागरण संवाददाता, आगरा। अंजान नंबर से संदेश भेजकर साइबर अपराधियों ने पहले आनलाइन लोकेशन रेटिंग का काम करने पर रुपये देने का लालच दिया। शुरुआत में प्रति रेटिंग 50 रुपये का मुनाफा हुआ।

    इसके बाद निवेश पर 40 प्रतिशत मुनाफा का लालच दिया। पहले निवेश पर लाभ खाते में भेजा और फिर बहाने बनाकर निवेश करवाते रहे। हर बार रकम निकासी से पहले बहाना बनाकर और रुपये जमा कराए।

    पीड़िता ने अपनी जमापूंजी के साथ दोस्तों से उधार लेकर रुपये जमा किए। 22.95 लाख का नुकसान होने के बाद पुलिस से शिकायत की। साइबर क्राइम थाना पुलिस मुकदमा दर्ज कर ठगों के बारे में जानकारी जुटा रही है।

    शाहगंज की याशिका गुप्ता ने पुलिस को बताया कि सात अक्टूबर को उनके वाट्सएप पर अनजान नंबर से संदेश आया। आनलाइन लोकेशन का रिव्यू करने पर प्रति रिव्यू 50 रुपये देने को कहा।

    उन्होंने टेलीग्राम ग्रुप पर जोड़ा और उनकी कथित फाइनेंस टीम ने टास्क दिए। पूरा काम करने पर प्रति रिव्यू खाते में रुपये आए। इसके बाद अर्थव्यवस्था से संबंधित रिव्यू करने पर अधिक मुनाफे का लालच दिया।

    इसके लिए निवेश करना अनिवार्य बताया। पहले दो हजार जमा करने पर 2800 रुपये मिले। अगले दिन आठ अक्टूबर को 15 हजार निवेश पर अगला टास्क मिलने की बात कही। निवेश किए रुपये देने के लिए कुछ टास्क व निवेश और करने को कहा। वह निवेश करती रहीं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दोस्तों से भी रकम उधार लेनी पड़ी। 10 अक्टूबर तक ठगों ने उनसे 22 लाख 95 हजार रुपये अलग -अलग खातों में ट्रांससफर करवा लिए। रकम वापस मांगने पर आरोपितों ने खाता फ्रीज होने की बोलकर और रकम मांगी।

    पीड़िता इस ठगी के दौरान मानसिक अवसाद में आ गई। उसने साइबर थाना में शिकायत की। इंस्पेक्टर साइबर थाना रीता सिंह ने बताया कि शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है। ट्रांजेक्शन में इस्तेमाल खाताें और मोबाइल नंबरों के आधार पर आरोपितों के बारे में पता किया जा रहा है।