भाजपा प्रत्याशी व सांसद सतीश गौतम ने लोकसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज कर शानदार हैटट्रिक लगाई है। उन्होंने सपा-कांग्रेस के गठबंधन प्रत्याशी बिजेंद्र सिंह को नजदीकी मुकाबले में 15647 मतों से हराया। भाजपा प्रत्याशी को इस चुनाव में कुल 5,01,834 मत हासिल हुए। सपा के चौधरी बिजेंद्र सिंह को महज 4,86,187 वोट ही मिले।
बसपा प्रत्याशी हितेंद्र कुमार उर्फ बंटी उपाध्यक्ष 1,23,929 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। इस बार बसपा समेत कुल 12 प्रत्याशियों की चुनाव में जमानत जब्त हो गई। नोटा 4934 वोटों के साथ अलीगढ़ लोकसभा क्षेत्र में चौथे स्थान पर रहा।
अलीगढ़ लोकसभा क्षेत्र में कुल पांच विधानसभा क्षेत्र हैं। 26 अप्रैल को इन सभी क्षेत्र में सांसद के चुनाव के लिए मतदान हुआ था। इसमें चुनावी मैदान में उतरे 14 प्रत्याशियों के लिए कुल 56.93 प्रतिशत वोट पड़े थे। मंगलवार को इसके लिए धनीपुर मंडी परिसर में मतगणना हुई। सुबह आठ बजे से लेकर शाम को पांच बजे तक चली मतगणना में कई बार उतार चढ़ाव आए।
शुरुआत में भाजपा ने बढ़त बनाई तो बीच में गठबंधन प्रत्याशी की साइकिल भी खूब दौड़ी, मगर अंत के पांच-छह राउंड में भाजपा को मिले मतों ने सपा की बढ़त को बौना साबित कर दिया। सांसद सतीश गौतम ने नजदीकी मुकाबले में भाजपा ने सपा प्रत्याशी को नजदीकी मुकाबले में पटखनी दी। अगर विधानसभा वार स्थिति देखें तो जिले की खैर, कोल व शहर विधानसभ क्षेत्र में सपा ने जीत दर्ज की, मगर बरौली व खैर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने बंपर बढ़त बनाई।
2019 के चुनाव के परिणाम से तुलना करें पिछले चुनाव में भाजपा को 6.56 लाख वोट मिले थे, मगर इस बार महज 5.01 लाख वोट मिले। पिछले चुनाव से यह 1.54 लाख कम वोट हैं। पिछले चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी को कुल 4.26 लाख वोट मिले थे, मगर इस बार सपा और कांग्रेस के गठनबंधन प्रत्याशी को 4.80 लाख वोट मिले हैं। पिछले चुनाव से यह 54 हजार अधिक हैं। 2019 के चुनाव में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ी थी। इसमें कांग्रेस को 50 हजार वोट मिले थे। इस बार बसपा अकेले चुनाव लड़ी है। इसमें बसपा को 1.23 लाख वोट मिले हैं।
कितने प्रत्याशी मैदान में (Aligarh Lok Sabha Seat Candidate List)
प्रत्याशियों को मिले चुनाव चिह्न, प्रत्याशियों की उम्र व शैक्षिक योग्यताप्रत्याशी- पार्टी- चुनाव चिह्न- उम्र- शैक्षिक योग्यताबिजेंद्र सिंह- समाजवादी पार्टी- साइकिल- 67 बीएसतीश कुमार गौतम- भाजपा- कमल- 51 स्नातकहितेंद्र कुमार उर्फ बंटी उपाध्याय- बहुजन समाज पार्टी- हाथी- 45 स्नातक
मनोज कुमार उर्फ मनोज लोधी- समान अधिकार पार्टी- पेट्रोल पंप- 37 एमसीएमनोज कुमार शर्मा एडवोकेट- लोकतांत्रिक जनशक्ति पार्टी- त्रिभुज- 48 एलएलबीराजकुमार राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी हाकी-बाल 40 हाईस्कूलसतीश कुमार स्वतंत्र जनताराज पार्टी झूला 25 इंटरमीडिएटसुरेंद्र मौलिक अधिकारी पार्टी आटो रिक्शा 34 बीएससीकेशव देव उर्फ पंडित केशव देव गौतम निर्दलीय चप्पलें 48 निरक्षर
दिलीप शर्मा एडवोकेट निर्दलीय कांच के गिलास 41 बीए एलएलबीमहेश चंद्र शर्मा निर्दलीय मेज 53 हाईस्कूलराजेश कुमार निर्दलीय गैस सिलेंडर 46 हाईस्कूलसतीश कुमार निर्दलीय फूलगोभी 52 आठवींज्ञानी राम निर्दलीय बाल्टी 65 आठवींअलीगढ़ लोकसभा सीट (Aligarh Lok Sabha Seat) में पांच विधानसभा सीटें आती हैं। जिसमें अलीगढ़ शहर, कोल, बरौली, खैर व अतरौली विधानसभा शामिल है।
कब और कितनी हुई वोटिंग (Aligarh Lok Sabha Seat Voters)
अलीगढ़ लोकसभा सीट के लिए दूसरे चरण के तहत चार अप्रैल को प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। चुनाव आयोग ने नाम वापसी के लिए आठ अप्रैल की तारीख तय की थी। इस सीट पर 19.97 लाख मतदाता हैं। जिसमें चार जून को 56.62 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
विधानसभा के अनुसार मतदान प्रतिशत
खैर में पिछले चुनाव में 62.00 प्रतिशत वोट पड़े, मगर इस बार 55.39 प्रतिशत ही मतदान हुआ।
इसी तरह बरौली में पिछले बार 64.00 प्रतिशत मतदान था, मगर इस बार 58.40 प्रतिशत ही वोट पड़े।अतरौली में 55.63 प्रतिशत वोट पड़े थे, मगर इस साल सबसे कम 54.55 वोट पड़े।कोल में 64.74 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार यहां 57.35 प्रतिशत ही वोट पड़े।शहर विधानसभा क्षेत्र में भी इस बार कम मतदाता निकले।यहां पिछले चुनावों में कुल 60.00 प्रतिशत वोट पड़े थे, मगर इस बार 57.49 प्रतिशत ही संख्या रही।
लोकसभा चुनावों में किसको कितने वोट मिले (Lok Sabha Election Party Voting Percentage)
दल, 2014, 2019भाजपा,48.34, 56.42बसपा, 21.40,36.71कांग्रेस, 5.86, 4.37सपा, 21.25,-(वोट प्रतिशत में हैं। 2019 में सपा व बसपा का गठबंधन था)
जातीय समीकरण
यूं तो वर्तमान में अलीगढ़ की सभी पांच विधानसभा सीटों पर भाजपा काबिज है पर, लोकसभा के रण में प्रमुख दल से मुस्लिम प्रत्याशी के मैदान में न होने से लड़ाई और पेंचीदा हो गई है। यहां कुल 19,84,366 मतदाताओं में सर्वाधिक मुस्लिम वोट लगभग साढ़े तीन लाख है, जबकि लगभग तीन लाख ब्राह्मण, सवा दो लाख जाट, दो लाख जाटव व दो लाख ठाकुर के अलावा वैश्य, लोधी राजपूत, बघेल व यादव बिरादरी का वोट चुनावी समीकरण बदलने की हैसियत रखता है। तीनों प्रत्याशियों के बीच वोटों के बंटवारे में मुस्लिम मतों की हिस्सेदारी यहां सबसे अहम मानी जा रही है।
स्थानीय मुद्दे (Aligarh Local Issues)
1975 में स्थापित की गई साथा चीनी मिल जर्जर है। किसानों पेराई के लिए दूसरे जिलों की मिल जाना पड़ता है।जिले में रिंग रोड अधूरा है। इसके चलते शहर में जाम लगता है। उद्योग भी प्रभावित हैं।ताला कारोबारी लंबे समय से कंटेनर डिपो की मांग कर रहे हैं ताकि निर्यात-आयात में सहूलियत हो सके।जलनिकासी व्यवस्था सही न होने के चलते बरसात के दौरान हर वर्ष शहर में जलभराव होता है।शतप्रतिशत संरक्षण न होने के चलते जिलेभर में बेसहारा पशु मुश्किलों का सबब बन गए हैं।
2019 का जनादेश (Aligarh Lok Sabha Election 2019 Result)
2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सतीश कुमार गौतम ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में सतीश कुमार गौतम को कुल 6,56,215 वोट प्राप्त हुए थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा के डॉ अजीत बालियान को 426954 वोट मिले थे।
2014 का जनादेश (Aligarh Lok Sabha Election 2014 Result)
2014 के आम चुनाव में मोदी लहर के दम पर भारतीय जनता पार्टी के सतीश गौतम ने बड़ी जीत दर्ज की थी, उन्हें कुल वोटों का 48 फीसदी मत प्राप्त हुए थे। बसपा प्रत्याशी अरविंद कुमार सिंह के निकटतम प्रतिद्वंदी प्रत्याशी थे।
अलीगढ़ की खास बातें (Aligarh News)
अलीगढ़ उत्तर प्रदेश का एक शहर है, जो तालों (Locks) के कारण काफी प्रसिद्ध है। अलीगढ़ से तालों देश-विदेश तक होता है। यहां अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी है, जो विश्व प्रसिद्ध है। मंगलायतन मंदिर, नोदेवी मंदिर, शेखा झील, बोना चोर किला, जामा मस्जिद ऊपरकोट यहां के प्रसिद्ध दार्शनिक स्थल हैं। दिल्ली से अलीगढ़ की दूरी 200.3 किलोमीटर है।
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