अयोध्या में NIA का फर्जी दरोगा गिरफ्तार, पुलिस भर्ती के नाम पर लोगों से करता था ठगी
अयोध्या पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है जो NIA का फर्जी दरोगा बनकर पुलिस भर्ती के नाम पर बेरोजगार युवाओं से पैसे ऐंठता था। आरोपी युवाओं को NIA में अच्छी पकड़ होने का दावा करता था और भर्ती कराने का झांसा देता था। पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

एनआईए का फर्जी दारोगा गिरफ्तार।
संवाद सूत्र, अयोध्या। पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को ठगने में एक युवक को पकड़ा गया है। वह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) का एक फर्जी दारोगा बन कर युवाओं को ठगता था। पकड़ा गया आरोपित सिद्धार्थ निषाद देवरिया जिले के बरहज पटेलनगर का रहने वाला है। उसे जेल भेज दिया गया है। इसका मुकदमा नवीन मंडी क्षेत्र के देवनगर निवासी गोल्डन डिजिटल लाइब्रेरी के संचालक सूरज शर्मा ने दर्ज कराया है।
सिद्धार्थ नवीन मंडी के निकट ही किराए का कमरा लेकर रहता था। उसने सूरज से संपर्क कर पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे छात्रों को भर्ती कराने का झांसा दिया। उसने अपना एनआईए का कूटरचि पहचान पत्र भी दिखाया। वह वर्दी में रहता था, इसलिए उस पर किसी को संदेह नहीं हुआ। वह करीब एक माह से यहां रह रहा था।
अवध विवि के निकट होने के कारण नाका व नवीन मंडी के आसपास बड़ी संख्या में डिजिटल लाइब्रेरी एवं कोचिंग संस्थान हैं, जहां बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। इसलिए सिद्धार्थ ने अपना ठगी का जाल बिछाने के लिए इसी क्षेत्र को चुना। चौकी प्रभारी नवीन मंडी जयकिशोर अवस्थी की टीम ने आरोपित को गिरफ्तार किया।
उप निरीक्षक अखिलेश तिवारी ने बताया कि सूरज से उसने 75 हजार रुपये लिए थे, जबकि उनकी लाइब्रेरी में पढ़ने वाली दो छात्राओं से 17 हजार रुपये पुलिस भर्ती के नाम पर लिए थे। रुपये लेने के बाद टालमटोल करने पर सूरज को सिद्धार्थ पर संदेह होने लगा।
उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जांच की तो सच्चाई सामने आई। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित ने अपने कई रिश्तेदारों को भी फर्जी दारोगा बन कर ठगा है।

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