'फ्री वाले इलाज से कभी...', आयुष्मान कार्ड देखकर डॉक्टर के बिगड़े बोल; कहा- देख रहे हो, यह पैदा किया मोदी जी ने
बरेली के दीपमाला अस्पताल में आयुष्मान योजना के तहत इलाज कराने पहुंचे मरीज के तीमारदार से डॉक्टर द्वारा आपत्तिजनक व्यवहार का वीडियो वायरल हुआ। डॉक्टर ने फ्री इलाज में मरीज ठीक नहीं होगा कहते हुए प्रधानमंत्री पर टिप्पणी की और तीमारदार को बाहर निकाल दिया। घटना पर सीएमओ ने जांच समिति बनाई है। योजना के तहत इलाज दरें तय होने और बिल भुगतान में देरी जैसी समस्याएं भी सामने आईं।
'फ्री वाले इलाज में मरीज सही नहीं होगा'
यह अत्यंत दुःखद और चिंताजनक तथ्य है कि आयुष्मान भारत योजना, जिसका प्रमुख उद्देश्य आम जनता को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना था, आज भ्रष्टाचार की बलि चढ़ चुकी है। बरेली के एक चिकित्सक द्वारा की गई एक चुपके से रिकॉर्ड की गई वार्ता से यह स्पष्ट हुआ है कि सरकारी… pic.twitter.com/WL0nVZFEH7
— Naresh Nautiyal (@NareshNautiyall) November 15, 2024
आयुष्मान कार्ड न लगाने पहले भी आती रहीं शिकायतें
आयुष्मान योजना सरकार की जन कल्याणकारी योजना है, लेकिन इसमें सभी इलाज की दरें तय हैं। ऐसा नहीं है कि एक बीमारी पर पूरे पांच लाख लगा दिए जाएं। मरीज पहुंचने के बाद आयुष्मान कार्ड लगाकर अनुमति ली जाती है, फिर इलाज शुरू होता है, अगर अचानक कोई मरीज आ जाए और कार्ड का अप्रूवल न मिले तो दिक्कत होती है, जिस इंजेक्शन को लगाने की बात है, वह अप्रूवल से पहले का मामला है, लेकिन लड़का समझने को तैयार नहीं था। मैंने जो बोला वह फ्रस्ट्रेशन में बोला है। सरकार या जनप्रतिनिधियों से मेरी कोई शिकायत नहीं है। बीते चार माह में आयुष्मान कार्ड से इलाज के बाद बिल का अब तक भुगतान नहीं हुआ है। मेरी परेशानी को भी मानवीय पक्ष से देखा जाना चाहिए। सरकारी अस्पताल की व्यवस्थाएं भी उपलब्ध मानव संसाधन के लिहाज से बेहतर हैं। - डा. सोमेश मेहरोत्रा, दीपमाला अस्पताल