UP में किशोरी की हत्या; मां बोली- बिटिया को मैगी पसंद थी, लेकिन हत्यारों ने खाने नहीं दी, अभी तक है रखी
चित्रकूट में शुक्रवार को एक व्यापारी की बेटी की हत्या कर दी गई। लड़की घर में अकेली थी। माता-पिता और भाई किसी काम से घर से बाहर थे। मृतका की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने कहा कि बिटिया को मैगी बहुत पसंद थी। शुक्रवार को भी उसने बनाया था लेकिन हत्यारों ने उसे खाने नहीं दिया। मैगी अभी तक रखी हुई है।
जागरण संवाददाता, चित्रकूट। सदर कोतवाली कर्वी के नई दुनिया मोहल्ला के बनवारीपुर मोड के पास में शुक्रवार को 14 वर्षीय मुस्कान अग्रहरि की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी गई थी। किशोरी की हत्या के बाद से पूरे मोहल्ले में सन्नाटा पसरा है। इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
शनिवार को किशोरी के शव का पोस्टमार्टम हुआ। उसके बाद शव को सीधे श्मशान घाट ले जाया गया। पुलिस की मौजूदगी में परिजनों ने अंतिम संस्कार किया। अंतिम संस्कार के बाद घर पर रिश्तेदार, परिजन जब इकट्ठा हुए तब वो सब मुस्कान को याद कर भावुक हो गए।
मां मीनू रो–रो कर बेहोश हो जा रही थीं। जैसे ही होश आता था तो बेटी की बातों को सोच कह रही थीं कि मेरी बेटी मैगी और डोसा की बहुत शौकीन थी। उसने कल भी मैगी बनाई थी, लेकिन बेचारी खा नहीं पाई। अब मेरा बेटा अकेले पढ़ने जाया करेगा। इन सभी बातों को याद कर मां और तेज तेज से रोने लगीं। इन सभी बातों को सुनकर वहां पर मौजूद परिजन भी भावुक हो गए।
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मुस्कान पढ़ने में बहुत तेज थी
पिता शिवनरेश आंसू भरे आंखों से गमगीन होकर कह रहे थे कि मेरी बेटी पढ़ने में भी तेज थी। उन्होंने कहा, 'मैंने बिटिया के लिए गाड़ी भी लगवाई थी। बेटी के साथ मेरा छोटा बेटा शनि भी पढ़ने जाता था। अभी अक्टूबर माह में ही श्रीराम फाइनेंस से 20 लाख और उससे पहले एक वर्ष पूर्व छह लाख लोन भी लिया था। उसमें से कुछ पैसे से मैंने अपना व्यापार कर लिया, कुछ पैसा घर की अलमारी में रखा था। उसी में मेरे भाइयों के बीच हुए बंटवारे के बाद मेरे पिता द्वारा दी गई जेवरात, मेरी पत्नी की जेवरात और मेरी बड़ी बेटी की जेवरात थे। बेटे की शादी की तैयारी भी कर रहा था। उसके लिए भी कुछ जेवरात बनवाए थे, लेकिन बदमाश सब उठा ले गए। अब बेटी भी नहीं रही तो अब कर्ज कैसे भरूंगा।'
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