Chitrakoot Treasury Scam: जेल गए एटीओ और लेखाकार निलंबित, 43.13 करोड़ रुपये की हुई हेराफेरी
चित्रकूट कोषागार घोटाले में आरोपित सहायक कोषाधिकारी विकास सचान और सहायक लेखाकार अशोक कुमार को निलंबित कर दिया गया है। बांदा और कानपुर से नए लेखाकारों को चित्रकूट में नियुक्त किया गया है। वर्ष 2018 से 2025 के बीच पेंशनरों के खातों में गलत तरीके से 43.13 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई। इस मामले में 97 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें से 30 को जेल भेजा जा चुका है।

प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।
जागरण संवाददाता, चित्रकूट। जिले में कोषागार घोटाले में आरोपित व जेल भेजेे जा चुके सहायक कोषाधिकारी (एटीओ) विकास सचान और सहायक लेखाकार अशोक कुमार को निदेशक ने निलंबित कर दिया गया है। बांदा कोषागार के लेखाकार लोकेश कुमार व कानपुर के अमित कुमार कुरील को चित्रकूट में संबद्ध किया गया है।
घोटाले में जिला कोषागार के अफसरों व कर्मियों ने मिलीभगत कर वर्ष 2018 से 2025 के बीच सात सालों में पेंशनरों के अलग-अलग बैंक खातों में गलत तरीके से मोटी रकम भेजकर फिर वापस ले लिया। उन्हें प्रापर्टी खरीदने की धनराशि बता रकम भेजी गई और 10 प्रतिशत कमीशन का लालच देकर उनसे ही रुपये निकलवाकर बंदरबांट किया गया। यह सब पेंशन व वेतन मद में फर्जी भुगतान आदेशों के माध्यम से किया गया।
सामने आ चुकी हैं इतनी हेराफेरी
अब तक जांच में 43.13 करोड़ रुपये की हेराफेरी सामने आ चुकी है। मामले में 17 अक्टूबर को कोषागार के चार अफसर-कर्मियों व 93 पेंशनर समेत 97 के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था। अब तक 30 आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।