ग्रेप लागू हुए बीते दो सप्ताह, गाजियाबाद में धड़ल्ले से हो रहा नियमों का उल्लंघन
गाजियाबाद में ग्रेप लागू होने के दो सप्ताह बाद भी नियमों का उल्लंघन जारी है। निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध के बावजूद, शहर में गतिविधियां चल रही हैं, जिससे प्रदूषण नियंत्रण में बाधा आ रही है। प्रशासन को नियमों का पालन कराने में कठिनाई हो रही है।
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साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट- चार में उड़ती धूल। जागरण
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। ग्रेप (ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान) के पहले चरण की पाबंदियां लगे हुए दो सप्ताह से अधिक बीत चुके हैं। इसके बाद भी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की कार्रवाई दूर तक नजर नहीं आ रही है। अभी तक पर्यावरण क्षतिपूर्ति के रूप में कोई जुर्माना नहीं लगाया गया है, जबकि ग्रेप के नियमों का धड़ल्ले से उल्लंघन हो रहा है। वहीं, शनिवार को 298 एक्यूआइ के साथ जिले की हवा खराब श्रेणी में और लोनी व वसुंधरा की हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई।
गाजियाबाद समेत पूरे एनसीआर में 14 अक्टूबर को ग्रेप के पहले चरण की पाबंदियां लागू की गई थीं। इसके अंतर्गत सड़कों पर धूल उड़ाने, कूड़ा जलाने, निर्माण कार्य करते व ध्वस्त करते हुए धूल उड़ाने, अवैध फैक्ट्रियों संचालन करने आदि पर कार्रवाई करनी थी। बावजूद इसके पानी का छिड़काव न होने से शहर की सड़कों पर धूल भी खूब उड़ रही है और कूड़ा भी जलाया जा रहा है।
वहीं लोनी, साहिबाबाद व भोपुरा में बड़ी संख्या में संचालित अवैध फैक्ट्रियां संचालित कर प्रदूषण बढ़ाया जा रहा है। इंदिरापुरम, वसुंधरा, कौशांबी, शालीमार गार्डन, लोनी, खोड़ा समेत ज्यादातर इलाकों में खुले में निर्माण सामग्री बेची जा रही है। इसके बाद भी प्रदूषण बोर्ड ने अभी तक जुर्माने की कोई कार्रवाई नहीं की है। जबकि निगरानी कर जुर्माना लगाने की जिम्मेदारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की है।
वसुंधरा व लोनी की हवा सबसे खराब
जिले में इंदिरापुरम, लोनी, वसुंधरा व संजय नगर में प्रदूषण मापक यंत्र लगाए गए हैं। इनमें से शनिवार को सबसे खराब हवा वसुंधरा व लोनी की रही। दोनों स्टेशनों का एक्यूआइ 337 दर्ज किया गया। लोनी में प्रदूषण का मुख्य कारण अवैध फैक्ट्रियों का संचालन व सड़कों पर उड़ती धूल है। लोगों का कहना है कि अगर पानी का छिड़काव भी हो तो प्रदूषण से काफी हद तक राहत मिल सकती है।
शनिवार को स्टेशनों का एक्यूआई
स्टेशन एक्यूआई
- वसुंधरा 337
- लोनी 337
- संजय नगर 268
- इंदिरापुरम 252
टीमें ग्रेप के नियमों का पालन कराने के लिए सभी इलाकों की निगरानी कर रही हैं। कुछ कार्रवाई की गई हैं, जिनकी फाइल मुख्यालय को भेजी गई है। जल्द ही इसकी जानकारी दी जाएगी।
-अंकित सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

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