गाजियाबाद में कानून के शिकंजे से नहीं भागेगा गुनहगार, सजा दिलाने तक पुलिस टीम तैयार
गाजियाबाद पुलिस ने अपराधियों को सजा दिलाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। यह टीम सबूत जुटाने, गवाहों की सुरक्षा और प्रभावी पैरवी करके अपराधियों क ...और पढ़ें
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पुलिस के ऑपरेशन कन्विक्शन के रिजल्ट आने लगे हैं। फाइल फोटो।
विनीत कुमार, गाजियाबाद। गाजियाबाद पुलिस के सितंबर से शुरू किए गए ऑपरेशन कन्विक्शन के परिणाम आने शुरू हो गए हैं। तीन माह में 30 मामलों में विभिन्न अदालतों से निर्णय आए हैं। इस अभियान के तहत पुलिस अदालतों में लंबित गंभीर मामलों का अध्ययन कर गवाहों को जारी समन, वारंट की तामीली तेजी से करा रही है।
जिन मामलों में फारेंसिक जांच रिपोर्ट अटकी हुई हैं उन्हें शीघ्र कोर्ट तक पहुंचाने का काम कर रही है। सरकारी अधिवक्ताओं से चर्चा कर अपराधियों को शीघ्र सजा दिलाने के लिए काम किया जा रहा है। पुलिस की प्राथमिकता गंभीर अपराधों के आरोपितों को जल्द से जल्द सजा दिलाना है, ताकि अपराधियों का हौसला टूटे। अपराधी खुलेआम न घूमें, कानून-व्यवस्था पर दबाव न बने। इससे आने वाले दिनों में शहर में अपराधों में स्वाभाविक कमी आए।
इसी सोच के तहत आपरेशन कन्विक्शन को नई गति दी गई है। पुलिस उन मामलों को तेजी से आगे बढ़ा रही है जिनमें अपराध गंभीर हैं जैसे हत्या, लूट, दुष्कर्म, पाक्सो, दहेज हत्या, गैंग्स्टर एक्ट, हत्या का प्रयास और संगठित अपराध से जुड़े केस। पुलिस आयुक्त जे रविंदर गौड़ के निर्देश पर आठ पुलिसकर्मियों की एक विशेष टीम अदालत में लंबित इन मामलों पर मेहनत कर रही र्है। टीम प्रतिदिन यह सुनिश्चित कर रही है कि गवाह अदालत पहुंचे, आरोपित फरारी में न रहें और साक्ष्य समय पर कोर्ट में पेश हों।
पुलिस ने ऐसे लगभग 400 गंभीर मामलों को चिन्हित किया है जिनमें सजा की संभावना मजबूत की जा सकती है। टाप 50 अपराधियों की सूची तैयार की गई है, जिनके खिलाफ करीब 150 केस अदालतों में चल रहे हैं। इन मामलों में गवाहों को समय पर समन तामील कराया जा रहा है। फरार आरोपितों की गिरफ्तारी तेज की गई है और जिन फारेंसिक रिपोर्टों के अभाव में केस अटका था। उन्हें तत्काल उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
सरकारी अधिवक्ताओं के साथ समन्वय मजबूत किया गया है और बेहतर प्रदर्शन करने वाले अभियोजकों को सम्मानित भी किया गया है। पिछले तीन महीनों में महिला अपराधों से जुड़े 10 मामलों में सजा हुई है जबकि पूरे अभियान के दौरान कुल 30 मामलों में निर्णायक फैसले आ चुके हैं। पुलिस आयुक्त का मानना है कि जितनी जल्दी अपराधियों को सजा मिलेगी, उतनी ही जल्दी अपराधियों का मनोबल टूटेगा और शहर में अपराध का ग्राफ नीचे आएगा।
हमारा लक्ष्य सिर्फ केस दर्ज कर चार्जशीट कोर्ट तक पहुंचाना नहीं है। अपराधियों को कोर्ट से सजा भी हो इसके लिए ऑपरेशन कन्विक्शन शुरू किया गया है। जब अपराधी खुला नहीं घूमेगा, तभी कानून-व्यवस्था मजबूत होगी और समाज सुरक्षित बनेगा। इससे आने वाले समय में अपराध कम होंगे।
जे. रविंदर गौड़, पुलिस आयुक्त

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