पूरा परिवार बैंक को लगा रहा था चूना, ठग लिए करीब 24 करोड़ रुपये; ऐसे खुला राज
Ghaziabad Bank Fraud गाजियाबाद जिले से एक ठगी का मामला सामने आया है। जहां पर एक ही परिवार के तीन लोग और उनकी फर्म शामिल हैं। दिल्ली के दरिया गंज स्थित विकास बुक लिमिटेड और आगरा के रतन प्रकाशन मंदिर फर्म समेत इसके निदेशकों पर सीबीआई ने गाजियाबाद की एंटी करप्शन शाखा में बुधवार को केस दर्ज किया है। मामले में जांच जारी है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। सीबीआई ने केनरा बैंक आगरा में 23.76 करोड़ रुपये के लोन धोखाधड़ी मामले में दो पब्लिशर फर्म समेत सात पर केस दर्ज किया है।
आरोपितों में एक ही परिवार के तीन लोग और उनकी फर्म शामिल हैं। गाजियाबाद स्थित सीबीआई की एंटी करप्शन शाखा में बैक की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।
बैंककर्मियों की मिलीभगत आई सामने
केनरा बैंक आगरा के डीजीएम हरी पीवी ने सीबीआई को शिकायत भेजी थी कि बैंक की मौजूदा सूरसदन शाखा जो पूर्व में एसएमई शाखा थी उसमें वर्ष 2018 से 2021 के बीच बैंककर्मियों की मिलीभगत से फर्म निदेशकों और गारंटरों ने फर्जीवड़ा किया।आगरा की पब्लिशर फर्म रतन प्रकाशन मंदिर और इसके निदेशक अतुल जैन, दिल्ली के दरिया गंज स्थित पब्लिशर फर्म विकास बुक लिमिटेड और इसके निदेशक रवि जैन, हेमलता जैन और आगरा की फर्म रतन इंफ्राटेक पर केस दर्ज किया गया है।
पूरे मामले में बैंक को करोड़ों रुपये का नुकसान
बैंक ने आरोप लगाया है कि आरोपितों ने आपस में सांठगांठ कर बैंक से अपनी अलग-अलग फर्मों पर लोन लिया और गारंटर भी बने। पूरे मामले में बैंक को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाया गया है। अतुल जैन और रवि जैन भाई हैं जबकि हेमलता जैन इनकी मां हैं।बैंक ने शुरूआती जांच के बाद सीबीआई ने दिल्ली मुख्यालय शिकायत दी थी। मुख्यालय से मामला सीबीआई गाजियाबाद भेज दिया गया। बुधवार को मामले में केस दर्ज कर सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।