स्मॉग ने बढ़ाई फेफड़ों की समस्या, अस्पतालों में छाती में दर्द की शिकायत के मरीज बढ़े
गाजियाबाद और आसपास के इलाकों में स्मॉग की वजह से फेफड़ों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। अस्पतालों में छाती में दर्द की शिकायत लेकर मरीज आ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि वायु प्रदूषण के कारण सांस लेने में तकलीफ वाले मरीज़ों की तादाद बढ़ गई है। स्मॉग में मौजूद हानिकारक कण फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है।
-1762052242029.webp)
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। स्मॉग ने फेफड़ों की समस्या बढ़ा दी है। सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों की ओपीडी में छाती में दर्द की शिकायत के मरीज बढ़ गये हैं। शनिवार को अकेले जिला एमएमजी अस्पताल में खांसी और चेस्ट पेन की शिकायत पर पहुंचे 130 मरीजों की जांच के बाद इनमें से 101 का चेस्ट एक्स-रे कराया गया। इनमें से 22 मरीजों को भर्ती करना पड़ा है। इमरजेंसी में 176 मरीज पहुंचे।
ओपीडी में 65 बच्चों समेत बुखार के 323 मरीज पहुंचे। जिला एमएमजी अस्पताल, संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल और डूंडाहेड़ा अस्पताल की ओपीडी में कुल 3,405 मरीज पहुंचे। इनमें 1,575 महिला, 1,203 पुरूष और 540 बीमार बच्चे शामिल रहे।
सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि चेस्ट पेन के मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही आइसीयू में गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। नेमुलाइजेशन के साथ आक्सीजन पर भी मरीजों को रखा जा रहा है। बुजुर्ग मरीजों का इलाज चिकित्सकों की निगरानी में किया जा रहा है।
40 बच्चों समेत 243 ने लगवाई एंटी रेबीज वैक्सीन
सरकारी अस्पतालों में शनिवार को कुत्ते,बिल्ली और बंदरों के काटने पर कुल 243 लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने पहुंचे। सीएमएस डा. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि इनमें पहली डोज लगवाने वाले 40 बच्चों समेत 118 लोग शामिल हैं।
जिला एमएमजी अस्पताल में 138 में से 21 बच्चों समेत 80 लोगों ने पहली डोज लगवाई। संयुक्त अस्पताल में 105 में से 19 बच्चों समेत 38 लोगों को पहली डोज लगाई गई। दोनों अस्पतालों में 33 बुजुर्गों ने भी कुत्ते के काटने पर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाई।
एंटी रेबीज सीरम खत्म, रेफर हो रहे मरीज
एंटी रेबीज सीरम खत्म होने से गंभीर रूप से घायल लोगों को हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है। कई बच्चों को एंबुलेंस में भेजकर दिल्ली के अस्पतालों में एंटी रेबीज सीरम लगवायी गई है। पिछले दस दिन में पचास से अधिक डाग बाइट के गंभीर लोगों को दिल्ली भेजा गया है। एक प्रकरण में तो लखनऊ तक से फोन आने पर वीआइपी के लिये रिजर्व में रखी एक वायल को खोलकर एंटी रेबी सीरम लगाना पडा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।