जागरण का दीपोत्सव: आस्था के दीप, श्रद्धा की बाती...राप्ती तट पर दमकेगी सांस्कृतिक थाती
चार साल पहले दैनिक जागरण ने देव दीपावली के मौके पर राप्ती तट पर दिव्य दीपोत्सव की शुरुआत की थी। अब यह आयोजन एक सांस्कृतिक विरासत बन गया है। इस बार फिर से आस्था के दीप और श्रद्धा की बाती से राप्ती के गुरु गोरक्षनाथ घाट पर सांस्कृतिक थाती दमकने जा रही है। आइए इस पावन अवसर पर राप्ती तट पर दीपदान करें और पुण्य के सागर में डुबकी लगाएं।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। जिस संकल्पना के साथ चार वर्ष पूर्व देव दीपावली के उपलक्ष्य में ''दैनिक जागरण'' ने राप्ती तट पर दिव्य दीपोत्सव की शुरुआत की, पुरवासी पूरे उत्साह के साथ उसे सिद्धि तक पहुंचा चुके हैं। अब शुक्रवार को एक बार पुन: वह अवसर आया है, जब आस्था के दीप और श्रद्धा की बाती से राप्ती के गुरु गोरक्षनाथ घाट पर सांस्कृतिक थाती दमकने जा रही है। गुरुवार पूरे दिन घाट पर चलती भव्य तैयारी बता रही थी कि सवा लाख दीपों से अचिरावती का आंचल सजाने के लिए पुरजन आतुर हैं।
सांस्कृतिक पुनर्जागरण के संकल्प के साथ ''दैनिक जागरण'' द्वारा जो दीप आलोकित हुआ, वह जनभागीदारी से अब सवा लाख दीयों की झिलमिल तक जा पहुंचा है। धर्म, अध्यात्म और योग का प्रकाश दुनिया में फैलाने वाली गोरक्षनगरी ने इस आयोजन को अपना बना लिया है।पिछले वर्ष दीपोत्सव में उमड़ा जन ज्वार यह प्रकट कर चुका है। कार्तिक पूर्णिमा की पावन बेला पर जब आकाश चंद्र देव अपनी पूर्ण कलाओं के साथ उपस्थित होते हैं, तब उनकी शीतल चांदनी के संग मानों अचिरावती के आंचल में पूरी आकाशगंगा उतर जाती है।
दीपदान को लेकर घाट को सजाने में जुटे लोग। जागरण
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अनगिन रश्मियों की झिलमिल से नहाया राप्ती का जल निहारना है, तो गुरु गोरक्षनाथ घाट पर आइए। देव दीपावली के उपलक्ष्य में आप भी आस्था का एक दीप अवश्य जलाइए। वेदपाठी ब्राह्मणों की अगुवाई में पतित पावनी राप्ती की आरती उतारिए और पुण्य के सागर में डुबकी लगाइए।रंगोली प्रतियोगिता बढ़ाएगी आयोजन की आभादीपोत्सव के दौरान दैनिक जागरण गुरु गोरक्षनाथ घाट पर कलाकारों को मंच भी देगा। दोपहर 12:30 बजे से घाट पर रंगोली प्रतियोगिता होगी। इसमें प्रतिभाग के लिए सुबह 11 बजे तक आयोजन स्थल या माेबाइल नंबर 7311192394 पर संपर्क करना होगा।
दीपदान को लेकर घाट को सजाने में जुटे लोग। जागरण
प्रतियोगिता में दो या दो से अधिक के समूह में ही प्रतिभाग सुनिश्चित करना होगा। रंगोली बनाने का सामान खुद लेकर आना होगा। प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी पुरस्कृत होंगे। बाकी सभी प्रतिभगियों को प्रमाण-पत्र देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। इसे भी पढ़ें- यूपी में कोहरा बढ़ाएगी पुरवा, पारा गिराएगी सर्द पछुआ; पढ़िए IMD की ताजा रिपोर्टमहापौर डा. मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा कि देव दीपावली के शुभ अवसर पर दैनिक जागरण का दीपोत्सव कार्यक्रम समाज में समरसता फैलाने वाला है। राप्ती नदी के तट पर हर वर्ष होने वाले इस कार्यक्रम में महानगर के साथ ही आसपास के जिलों के नागरिक भी आते हैं। दैनिक जागरण परिवार का आभार। हर वर्ष यह कार्यक्रम होता रहे। दीपदान को लेकर घाट को सजाने में जुटे लोग। जागरण
पूर्व महापौर सीताराम जायसवाल ने कहा कि दीपदान करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है और घर में सुख-समृद्धि एवं आरोग्यता आती है। दीपदान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है । दैनिक जागरण न सिर्फ ज्ञानवर्धन कर रहा है वरन समाज को नई राह भी दिखा रहा है। सभी को राप्ती तट पर पहुंचकर दीपदान करना चाहिए।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।प्रतियोगिता में दो या दो से अधिक के समूह में ही प्रतिभाग सुनिश्चित करना होगा। रंगोली बनाने का सामान खुद लेकर आना होगा। प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी पुरस्कृत होंगे। बाकी सभी प्रतिभगियों को प्रमाण-पत्र देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। इसे भी पढ़ें- यूपी में कोहरा बढ़ाएगी पुरवा, पारा गिराएगी सर्द पछुआ; पढ़िए IMD की ताजा रिपोर्टमहापौर डा. मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा कि देव दीपावली के शुभ अवसर पर दैनिक जागरण का दीपोत्सव कार्यक्रम समाज में समरसता फैलाने वाला है। राप्ती नदी के तट पर हर वर्ष होने वाले इस कार्यक्रम में महानगर के साथ ही आसपास के जिलों के नागरिक भी आते हैं। दैनिक जागरण परिवार का आभार। हर वर्ष यह कार्यक्रम होता रहे। दीपदान को लेकर घाट को सजाने में जुटे लोग। जागरण
पूर्व महापौर सीताराम जायसवाल ने कहा कि दीपदान करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है और घर में सुख-समृद्धि एवं आरोग्यता आती है। दीपदान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है । दैनिक जागरण न सिर्फ ज्ञानवर्धन कर रहा है वरन समाज को नई राह भी दिखा रहा है। सभी को राप्ती तट पर पहुंचकर दीपदान करना चाहिए।