Move to Jagran APP

UP News: गोरखपुर में 1286 करोड़ के निवेश की राह खुली, पांच हजार को मिलेगा रोजगार

गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के 35वें स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उद्यमियों को 85 नए औद्योगिक भूखंडों का आवंटन पत्र सौंपेंगे। इन नई इकाइयों की स्थापना से गोरक्षनगरी में 1286 करोड़ रुपये के निवेश और 5200 लोगों के रोजगार की राह खुलेगी। गीडा में पेप्सिको सीपी मिल्क तत्वा प्लास्टिक गैलेंट समूह और अंकुर उद्योग की इकाइयां उत्पादनरत हैं।

By Arun Chand Edited By: Vivek Shukla Updated: Sun, 24 Nov 2024 08:15 AM (IST)
Hero Image
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण स्‍थापना दिवस के कार्यक्रम में जुटा है। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के स्थापना दिवस की तैयारी तेज हो गई है। 30 नवंबर को गीडा के 35वें स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उद्यमियों को 85 नए औद्योगिक भूखंडों का आवंटन पत्र सौंपेंगे। इन नई इकाइयों की स्थापना से गोरक्षनगरी में 1286 करोड़ रुपये के निवेश और 5200 लोगों के रोजगार की राह खुलेगी।

स्थापना दिवस की तैयारी की शासन स्तर से भी निगरानी की जा रही है। शुक्रवार को प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये तैयारियों की जानकारी ली। गीडा की सीईओ अनुज मलिक ने बताया कि स्थापना दिवस के अवसर पर 30 नवंबर और एक दिसंबर को आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली गई है।

उन्होंने अपने प्रस्तुतीकरण में भूखंड आवंटन पत्र किन उद्यमियों को दिए जाएंगे और प्रदर्शनी में गोरखपुर समेत किन-किन जिलों के उद्यमी अपने उत्पादाें के स्टाल लगाएंगे समेत गीडा की अब तक की प्रगति की विस्तार से जानकारी दी।

इसे भी पढ़ें-यूपी में सर्द पछुआ हवा गिराएगी शहर का पारा, बढ़ाएगी ठंड; पढ़‍िए IMD का ताजा अपडेट

उद्योग और गोरखपुर के बीच दशकों तक विरोधाभासी रिश्ता बना रहा, लेकिन योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद सात साल में माहौल बदला है। अब दोनों एक दूसरे के पूरक रूप में देखे जा रहे हैं। जिस गोरखपुर में स्थानीय पूंजीपति भी औद्योगिक निवेश करने से घबराते थे, अब वहां देश की नामी कंपनियों के आने की होड़ सी दिख रही है।

निवेश के लिए भूखंडों की मांग बढ़ी तो गीडा ने अपना लैंड बैंक भी मजबूत किया। पिछले एक साल में (31 अक्टूबर, 2024 तक) गीडा ने 501.68 एकड़ भूमि का अधिगृहीत की है, जो पिछले वर्ष की तुलना में दोगुणा है। वर्ष 2023-24 में गीडा ने 250.46 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया था। जमीन की मांग और उसी के सापेक्ष अधिग्रहण की बढ़ती रफ्तार यह बताती है कि गीडा, पूर्वांचल के बड़े औद्योगिक हब के रूप में तेजी से आकार ले रहा है।

गीडा में पेप्सिको की बाटलिंग प्लांट, सीपी मिल्क (ज्ञान डेयरी), तत्वा प्लास्टिक, गैलेंट समूह और अंकुर उद्योग की इकाइयां उत्पादनरत हैं, तो सेंट्रल वेयरहाउसिंग कारपोरेशन का भंडारण गृह भी बनकर तैयार है। इसके अलावा केयान डिस्टिलरी समेत कई बड़ी इकाई निर्माणाधीन हैं। गीडा में अपनी यूनिट लगाने के लिए कोका कोला, बिसलेरी, अडानी और जेके ग्रुप (सीमेंट फैक्ट्री के लिए) जैसे बड़े औद्योगिक घरानों ने भी जमीन की मांग की है।

गोरक्षनगरी में औद्योगिक विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री गीडा के 35वें स्थापना दिवस समारोह में उद्यमियों को नए भूखंडों काे आवंटन पत्र सौंपने के साथ ही उनसे संवाद भी करेंगे। जिन प्रमुख इकाइयों के लिए जमीनों का आवंटन किया गया है, उनमें एपीएल अपोलो ट्यूब्स लिमिटेड, एसएलएमजी पीईटी प्लांट, कपिला कृषि उद्योग, आईसन एयर कूलर, टेक्नोप्लास्ट पैकेजिंग प्राइवेट लिमिटेड, माडर्न पैकेजिंग प्राइवेट लिमिटेड, नोवामैक्स इंडस्ट्रीज व होटल नीलकंठ ग्रैंड शामिल हैं। इन उद्योगों को करीब 3500 वर्गमीटर से लेकर 72 हजार वर्गमीटर तक के भूखंड आवंटित किए गए हैं। इनमें 50 करोड़ से लेकर 320 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावित है।

209 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास

गीडा के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आधारभूत संरचनाओं के विकास से जुड़ी 123 करोड़ रुपये के कार्यों का शिलान्यास तथा 86 करोड़ रुपये के कार्यों का लोकार्पण करेंगे। साथ ही वह ईज आफ डूइंग बिजनेस बढ़ाने के लिए निवेश मित्र पोर्टल पर इंटीग्रेट होने वाली गीडा की 20 सुविधाओं का शुभारंभ भी करेंगे।

निवेश का इको सिस्टम बनाने में कनेक्टिविटी की बड़ी भूमिका

गीडा में निवेश का इको सिस्टम बनाने में रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। लंबे दौर तक पहचान को जूझता रहा यह क्षेत्र अब इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी के मामले में मजबूत होकर औद्योगिक नक्शे पर चमक रहा है।

इसे भी पढ़ें-नेपाल सीमा पर बढ़ रही इस्लामिक गतिविधियां, पाकिस्तानी संगठन दावत-ए-इस्लामी ने शुरू किया चंदा अभियान

88 एकड़ में विकसित हो रहा प्लास्टिक पार्क

बेहतर कनेक्टिविटी के साथ गीडा में 25 एकड़ में गारमेंट पार्क और 88 एकड़ में प्लास्टिक पार्क विकसित हो रहा है तो 34 करोड़ रुपये की लागत से फ्लैटेड फैक्ट्री भी बन रही है। गीडा की तरफ से प्लास्टिक पार्क प्रोजेक्ट गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे सेक्टर-28 में 88 एकड़ विकसित किया गया है।

यहां प्लास्टिक उद्योग की 92 इकाइयों के लिए स्थान एवं सभी आवश्यक अवस्थापना सुविधाएं उपलब्ध होगी। इसमें लगभग पांच हजार व्यक्तियों को रोजगार मिल सकेगा। इसके अलावा सरकार 5500 एकड़ में धुरियापार में इंडस्ट्रियल कारिडोर भी बना रहा है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।