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Kartik Purnima 2024: कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, गाड़ियों की रफ्तार रही धीमी

Kartik Purnima 2024 कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार को गढ़मुक्तेश्वर में लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। गुरुवार मध्य रात्रि से शुरू हुआ स्नान शुक्रवार तड़के तक जारी रहा। इस दौरान मेले में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। वहीं दूसरी ओर सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धामी रही। जगह-जगह पर प्रशासन ने दुरुस्त इंतजाम किए हुए थे।

By Dhrub Sharma Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Fri, 15 Nov 2024 03:35 PM (IST)
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Ganga Sanan: गढ़ गंगा एवं तीर्थ नगरी ब्रजघाट में आस्था की डुबकी लगाते श्रद्धालु। फोटो जागरण
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर (हापुड़)। कार्तिक पूर्णिमा पर 30 लाख से अधिक लोगों ने गढ़ गंगा एवं तीर्थ नगरी ब्रजघाट में आस्था की डुबकी लगाई।गंगा में स्नान करने के बाद ही मेले की वापसी शुरू हो गई। इसके कारण दिल्ली लखनऊ हाईवे पर ब्रजघाट एवं गढ़ गंगा मेला मार्ग पर दिन भर जाम के हालात बने रहे। परेशान लोगों को चंद कदमों की दूरी तय करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

गढ़ गंगा के खादर में द्वापर युग से चले आ रहे कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले में लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई।इस दौरान गढ़मुक्तेश्वर एवं तीर्थ नगरी ब्रजघाट में करीब 35 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर पुण्य अर्जित किया तथा जरुरत मंदों को दान दिया। द्वापर युग में पांड़वों को युद्व के बाद अपने स्वजन एवं निर्दोष लोगों के मारे जाने के बाद दुखी हो गए थे।

इसके बाद योगीराज श्रीकृष्ण ने पांडवों के साथ गढ़ गंगा के किनारे आठ दिनों तक निवास किया था तथा धार्मिक अनुष्ठान करके कार्तिक पूर्णिमा को स्नान करके हस्तिनापुर गए थे।इसके बाद से ही यहां अपने स्वजनों की आत्मशांति के लिए लोग दीपदान एवं गंगा स्नान कर पुण्य अर्जित करने के लिए आते है।

इसी कड़ी में शुक्रवार को पूर्णिमा के अवसर पर करीब 35 लाख श्रद्धालुओं ने तीर्थ नगरी ब्रजघाट एवं गढ़मुक्तेश्वर के गंगा खादर क्षेत्र में आस्था की डुबकी लगाई।

चतुर्दशी की रात्रि से लग गया था जाम

गढ़ गंगा मेले में दीपदान करने एवं अन्य श्रद्धालुओं के आने के कारण चतुर्दशी पर मेला मार्ग सहित हाईवे पर भारी जाम लग गया था। शाम चार बजे के आसपास शुरू हुआ यह जाम रात्रि दो बजे तक चलता रहा। इसमें लोगों को पांच किलोमीटर की दूरी तय करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

चंद कदमों की दूरी तय करने में लोगों के पसीने छूट गए तथा कई घंटे का समय लग गया। इसके बाद शुक्रवार की सुबह पूर्णिमा पर स्नान करने के बाद जैसे ही मेले की वापसी शुरू हुई तो गढ़ गंगा के मुख्य गेट पर वाहनों के कारण जाम लग गया। जहां लोग घंटों जाम में फंसे रहे।

इस बीच पुलिस सिंगल लाइन के हिसाब से वाहनों का संचालन कर रही थी, लेकिन कुछ लोगों की हठधर्मिता के कारण कई स्थानों पर जाम जैसे हालात बन गए।सबसे अधिक परेशानी गढ़ गंगा मेला स्थल से अंबेडकर तिराहा तक रही।वहीं तीर्थ नगरी ब्रजघाट में भी दिन भर जाम के हालात से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

बोल गंगा मैया की जय के साथ वापसी

गढ़ गंगा के खादर क्षेत्र में कई दिनों से प्रवास कर रहे लाखों लोगों ने पूर्णिमा पर गंगा स्नान कर मेले से वापसी शुरू कर दी। लोग गंगा मैया की जयकारों एवं तेज ध्वनि संयंत्रों के साथ मस्ती करते हुए वापस जाने लगे। बृहस्पतिवार की मध्य रात्रि से शुक्रवार की रात्रि तक करीब 60 प्रतिशत लोगों ने वापसी कर दी थी।हालाकि लाखों श्रद्धालु अभी भी गंगा की रेती में अपना प्रवास बनाएं हुए है।

नेताओं ने की पैदल यात्रा

जाम की हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि क्षेत्रिय विधायक हरेंद्र सिंह तेवतिया, पूर्व मंत्री मदन चौहान सहित कई नेता जाम में फंस गए। इसके बाद इनको गंगा मेला स्थल तक पहुंचने के लिए पैदल मार्च करना पड़ा तथा गाड़ी में जाम में ही फंसी रही।

कई किलोमीटर दूर तक पैदल जाने के बाद उन्होंने गंगा स्नान किया तथा किसी अन्य मार्ग से वहां निकलकर अपने आवास तक पहुंचे। पूर्व मंत्री मदन चौहान ने कहा कि मेले में व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। यदि समय रहते प्रशासन व्यवस्थाओं को ठीक कर ले तो लोगों को जाम की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा।

जमकर की खरीदारी

गढ़ गंगा मेले में लोगों ने जमकर खरीदारी की।इस दौरान बच्चे खेल खिलौने खरीदते देखे गए तो महिला अपना सौंदर्य प्रसाधन का सामान खरीदने के लिए उत्सुक दिखाई दी। पूर्णिमा के दिन मेला वापसी होने के कारण दुकानदारों ने भी कम मुनाफे पर ही सामान को बेचना उचित समझा। इसके अतिरिक्त युवा वर्ग बाइक एवं ट्रैक्टरों पर मेले में मस्ती करते दिखाई दिए।

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