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हाथरस की घटना के पीछे CM ने जताई साजिश की आशंका, बोले- होगी न्यायिक जांच; अखिलेश पर भी साधा निशाना

Hathras Satsang Stampede हाथरस में सत्संग में हुई भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों और घायलों को देखने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस पहुंचे हैं। सीएम ने यहां सर्किट हाउस में पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने अस्‍पताल पहुंचकर भर्ती घायलों का भी हालचाल जाना। इन सबके बाद मुख्यमंत्री ने जिले में मीडिया को संबोधित किया।

By Jagran News Edited By: Riya Pandey Wed, 03 Jul 2024 04:06 PM (IST)
मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने मीडिया को किया संबोधित

जागरण संवाददाता, हाथरस। Hathras Stempede Update: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिंकदरारऊ में सत्संग के बाद हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत के बाद बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिले का दौरा करने पहुंचे। मुख्यमंत्री बुधवार की दोपहर में पुलिस लाइन में स्थित मनाेरंजन सदन में मीडिया से बातचीत की।  

मुख्यमंत्री ने जताई साजिश की आशंका

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सिकंदराराऊ के फुलरई में सत्संग से लौट रहे श्रद्धालुओं की भीड़ में मची भगदड़ के बाद हुई 121 श्रद्धालुओं की मौत के कारणों को जानने के लिए एसआइटी गठित कर दी है। ये हादसा है या कोई साजिश। इस बारे में गहराई से पड़ताल कराई जा रही है। 

पूरे प्रकरण की जांच के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किया जाएगा। हादसे में अब 121 हो चुकी है मौत, घटना के चश्मदीद मरीजों से भी जानकारी ली गई है। 

यहां से वह सीधे घटनास्थल सिकंदराराऊ के गांव फुलरई गए और पूरे घटनाक्रम के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। घटनास्थल के बाद वह पुलिस लाइन आ गए और वरिष्ठ अधिकारियों से घटना के बारे में विस्तार से चर्चा की। 

सेवादारों ने मामले को दबाने का किया प्रयास

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सबसे पहले घटना के बाद बचाव और राहत कार्य में जुटी है। घायलों का इलाज कराया जा रहा है। हादसे में 121 की श्रद्धाुलओं की मौत हो चुकी हे। जिला अस्पताल में जाकर हादसे के चश्मदीदों से बातचीत की तो बताया कि वहां उपदेश देने एक सज्जन आए और जब वह उपदेश देकर जा रही थे तो भीड़ दर्शन करने के लिए बढ़ी तभी सेवादारों ने उनको रोक लिया और धक्कामुक्की की। इस कारण बड़ा हादसा हो गया।

'आयोजक और सेवादारों से की जाएगी कड़ी पूछताछ'

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों में सेवादार प्रशासन को घुसने नहीं देते। सेवादारों ने हादसे की सूचना छिपाने की कोशिश की गई। पुलिस प्रशासन पहुंचा तो सेवादार भाग गए। राहत और बचाव कार्य के बाद कार्यक्रम आयोजक और सेवादारों से कड़ी पूछताछ की जाएगी। लापरवाही बर्दास्त नहीं होगी।

घटना की होगी न्यायिक जांच

इस तरह की घटना हादसा है या कोई साजिश। कौन जिम्मेदार हैं? घटना की जांच के लिए एसआइटी का गठन कर दिया है। इस तरह की घटना की पुनरावृति न हो ये सुनिश्चित किया जाएगा।

जिम्मेदारों की जवाबदेही के लिए होगी कार्रवाई

इस पूरी घटना के लिए जिम्मेदारों की जवाबदेही तय करने की कार्रवाई की जा रही है, जिसमें कुछ विशेष दल बनाए गए हैं। अलग-अलग जनपदों में कार्रवाई प्रारंभ होगी। न्यायिक जांच के लिए आज ही नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा। 

हाथरस घटना पर सीएम ने अखिलेश पर भी साधा निशाना

एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि दर्दनाक घटना हुई और कुछ लोग राजनीति कर चोरी और सीनाजोरी कर रहे हैं। भोले बाबा को नामजद न किए जाने के सवाल पर योगी ने कहा कि जांच होगी जो भी दोषी होगा कार्यवाही होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से मृतक और घायलों को आर्थिक मदद की घोषणा कर दी गई है। हादसे में पीड़ित परिवारों के बच्चों को सरकार पढ़ाएगी।

धार्मिक भाव से आने वाले लोग शरारती तत्वों का होते हैं शिकार

प्रशासन यह मानकर चलता है कि धार्मिक कार्यक्रम है। बड़े -बड़े आयोजन होते हैं। वहां पर फोर्स सावधानी पूर्वक तैनात करता है। अंदर उनके स्वयं सेवक ही पूरी व्यवस्था देखते हैं।

धार्मिक भाव से आने वाले लोग अनुशासित होते हैं। मगर, वही लोग शरारती तत्वों के हाथों का खिलौना बन जाते हैं तो वहां अनुशासनहीनता का नजारा देखने को मिलता है और इसका शिकार वह व्यक्ति होता है जो धार्मिक श्रद्धा के साथ आयोजन का हिस्सेदार बनता है। वह श्रद्धाभाव के साथ आता है।

मगर, साजिश करने वाले लोग चुपचाप खिसकने का प्रयास करते हैं। यदि हादसा था तो सेवादारों को वहां पर  प्रशासन का सहयोग लेकर हादसे के शिकार लोगों को अस्पताल पहुंचाने में लगना चाहिए था।

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