बिहार चुनाव के लिए चुपके-से ले जाई जा रही थी ये चीज, यूपी में बोरियों को खोला तो उड़े होश
लखनऊ एसटीएफ ने बिहार चुनाव में तस्करी के लिए चंडीगढ़ से लाई जा रही 75 लाख रुपये की शराब जब्त की। तस्कर खाद की बोरियों के नीचे शराब छिपाकर ले जा रहे थे। हरियाणा के रहने वाले ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया है, जिसने सोनू राठी और उसके साथियों के नाम बताए, जो इस तस्करी गिरोह को चलाते हैं। शराब बिहार के दरभंगा में पहुंचाई जानी थी।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने चंडीगढ़ से तस्करी कर बिहार चुनाव में खपाने के लिए भेजी जा रही 75 लाख रुपये की अंग्रेजी शराब कल्ली पश्चिम में किसान पथ से बरामद की है। तस्कर ट्रक में खाद की बोरियों के नीचे एक सुरक्षित हिस्से में शराब छिपाए हुए थे। पुलिस ने सामान बरामद कर आरोपित के खिलाफ पीजीआइ थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
एसटीएफ के उपाधीक्षक विमल कुमार सिंह ने बताया कि अवैध शराब तस्करी की सूचना मिली थी। इस पर एक टीम को फील्ड पर चेकिंग के लिए भेजा गया। मुखबिर से जानकारी मिली कि एक ट्रक में यूरिया खाद की बोरियों के बीच में भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब छिपाकर रखी गई है। यह ट्रक किसान पथ होते हुए बिहार जा रहा है।
सूचना पर टीम ने पीजीआइ पुलिस के साथ कल्ली पश्चिम में किसान पथ के ओमेक्स कट से ट्रक को पकड़ा। इसमें खाद की बोरियों के पीछे एक हिस्सा बनाकर इसमें शराब छिपाई गई थी। जांच के दौरान अंदर से 575 पेटी शराब बरामद हुई। ट्रक से चालक भी पकड़ा गया। इसकी पहचान हरियाणा के झज्जर स्थित चिमनी गांव निवासी विश्ववेन्द्र के रूप में हुई है।
आरोपित ने बताया कि सोनू राठी, गुरनीत सिंह गोगिया और अतुल मिलकर तस्करी का गिरोह चलाते हैं। यह लोग पंजाब, हरियाणा से शराब बिहार में सप्लाई करते हैं। शनिवार को पकड़ी गई शराब बिहार के दरभंगा में एक अज्ञात व्यक्ति को देनी थी। आरोपित के खिलाफ पीजीआइ थाने में आबकारी अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
एक खेप पहुंचाने के मिलते थे एक लाख रुपये
पूछताछ में विश्ववेन्द्र ने बताया कि शराब की एक बार खेप पहुंचाने पर उसे एक लाख रुपये मिलते थे। सोनू राठी, गुरनीत सिंह गोगिया और अतुल के द्वारा ही शराब कहां से लेकर कहां देनी है यह भी तय होता था।

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