UP Schools: यूपी के सरकारी स्कूलों में तैयार होंगे अच्छे खिलाड़ी, विदेशी कोच से लेंगे मदद
प्रदेश के माध्यमिक और प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए विदेशी कोचों की मदद ली जाएगी। डेनमार्क और स्वीडन की एजेंसियां प्रशिक्षकों को तैयार करने में सहायता करेंगी। प्रत्येक जिले में खेल के मास्टर ट्रेनर शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में एक स्कूल एक खेल योजना लागू होगी।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश के माध्यमिक व प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ अच्छे खिलाड़ी भी तैयार किए जाएंगे। स्कूल फार स्पोर्ट्स कार्यक्रम के माध्यम से खेल को लगातार बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। अब विदेशी कोच की मदद से विद्यालयों में खेल शिक्षकों और ऐसे शिक्षक जो किसी न किसी खेल में प्रशिक्षित हैं उन्हें तराशा जाएगा। जिलों में खेल के मास्टर ट्रेनर शिक्षकों को तैयार कर विद्यालयों में खेल को बढ़ावा दिया जाएगा।
माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से डेनमार्क व स्वीडन की एजेंसियों से मदद लेकर यूपी के स्कूलों में खेल को बढ़ावा देने की पहल की जाएगी। डेनमार्क व स्वीडन की विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से कोच को आमंत्रित कर दक्ष प्रशिक्षक विद्यालयों के लिए तैयार होंगे। फुटबाल, तैराकी व एथलेटिक्स इत्यादि के अच्छे प्रशिक्षक तैयार होंगे।सभी 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में एक स्कूल एक खेल को लागू किया जाएगा। अभी पहले चरण में प्रत्येक जिले के दो-दो विद्यालयों में हाकी, फुटबाल, वालीबाल, खो-खो, कुश्ती व दौड़ इत्यादि में से कोई न कोई एक खेल चुनना होगा।
उपलब्ध कराई जा रही है खेल सामग्री
सरकारी स्कूलों को खेल सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है और विद्यालयों में खेल के मैदान को दुरुस्त किया जा रहा है। अगर खेल का मैदान विद्यालय में नहीं है तो ग्राम पंचायत स्तर पर इसकी व्यवस्था की जा रही है। ब्लाक स्तर पर मिनी स्टेडियम व जिलों में स्टेडियम में भी विद्यार्थियों को तैयारी के लिए भेजा जाएगा। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में सहभागिता बढ़ाने के लिए हर जिले के स्कूलों से अच्छे खिलाड़ियों की सूची मांगी गई है।
अभिभावक बच्चों को नियमित भेजे स्कूल
वहीं रायबरेली में रोहनिया के प्राथमिक विद्यालय उसरैना में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए अभिभावक शिक्षक गोष्ठी का आयोजन किया गया। खंड शिक्षा अधिकारी डा. सत्य प्रकाश यादव ने अभिभावकों से बच्चों को नियमित स्कूल भेजने की बात कही। खंड शिक्षा अधिकारी ने निपुण लक्ष्य पर चर्चा की और अभिभावकों को निपुण लक्ष्य का पंपलेट देकर बच्चों के शिक्षा के स्तर को स्वयं जानने की जानकारी दी।रोहनिया के प्राथमिक विद्यालय उसरैना में गोष्ठी के दौरान मौजूद बच्चे, शिक्षक व अभिभावक : इंटरनेट मीडियाग्राम प्रधान इफ्तिखार अहमद ने विद्यालय परिसर में बच्चों के लिए झूला लगाने व खेल उपकरण देने का आश्वासन दिया। प्रधानाध्यापक मुश्ताक खान, सहायक अध्यापक हंसराज, नईमुद्दीन, अशोक कुमार, आशा देवी, अभिभावक नूर मोहम्मद, लवलेश कुमारी, गीता देवी, सुरेंद्रनाथ शुक्ल, उर्मिला देवी, सुखराज, रेनू समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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