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Jagran Samvadi 2024: वो राज कपूर, जिन्होंने मोहब्बत के लिए सरहद की दीवारें तोड़ीं

लखनऊ विश्वविद्यालय में दैनिक जागरण संवादी के पहले दिन मंच पर राज कपूर के जीवन और फिल्मों पर चर्चा करते हुए यूनुस खान यतींद्र मिश्र और पंकज कुमार ने उनके प्रेम जीवन फिल्मी सफर और उनकी फिल्मों के पीछे की कहानियों को साझा किया। उन्होंने बताया कि राज कपूर की फिल्मों में उनकी जिंदगी के अनुभव और प्रेम कहानियां शामिल थीं।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Tue, 19 Nov 2024 12:37 AM (IST)
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दैनिक जागरण संवादी के पहले दिन मंच पर रोमांस के राजा सुप्रसिद्ध अभिनेता राज कपूर के किस्से छिड़े।
गोविन्द मिश्र, लखनऊ। जिनके लिए लताजी ने कहा कि वह उनसे ज्यादा देर नाराज नहीं रह सकतीं, वही राज कपूर। जिन्होंने रुपहले पर्दे पर मोहब्बत के लिए सरहद की दीवारें तोड़ीं, वही राज कपूर। जिन्होंने घर आई खूबसूरत मेहमान की सफेद साड़ी देखकर उसे अपनी फिल्मों का ट्रेडमार्क बनाया, वही राज कपूर। जिन्होंने नारी के सौंदर्य को पर्दे पर अपने ही अलग अंदाज में उतारा, वही राज कपूर। इतना ही नहीं, सितार बजाने वाली लड़की के साथ डफली बजाकर दिल हारे, वही राज कपूर।

लखनऊ विश्वविद्यालय में दैनिक जागरण संवादी के पहले दिन मंच पर जब रोमांस के राजा सुप्रसिद्ध अभिनेता राज कपूर के किस्से छिड़े तो खचाखच भरा पूरा हाल उनकी यादों में खो गया, जिन्हें उन्होंने रुपहले पर्दे पर अपने ही अंदाज में उतारा था। 

उनके किस्सों और कहानियों को जीवंत करने के लिए मंच पर मौजूद थे वरिष्ठ साहित्यकार और लता व गुलजार की जीवनी के लेखक यतींद्र मिश्र, संगीत विशेषज्ञ यूनुस खान और गायक पंकज कुमार। 

क्लैप ब्वॉय से करियर की शुरुआत करके रुपहले पर्दे पर रोमांस के नायक बने राज कपूर का जिक्र यूनुस खान ने उनकी युवावस्था के उस किस्से से किया जब वह घर आई मेहमान बलराज साहनी की पत्नी की सुंदरता से प्रभावित हो गए थे। वह सफेद साड़ी पहनकर आई थीं और राज कपूर ने उन्हें फूल भेंट किया था। खूबसूरती का यह चित्र उनके दिलो दिमाग पर ऐसे चस्पा हुआ कि उनकी फिल्मों की अभिनेत्रियां सफेद साड़ी में ही नजर आईं।

उनका फिल्मी सफर कैसे शुरू हुआ, इससे भी पर्दा यूनुस ने ही उठाया। यह कहानी उस समय शुरू हुई जब राज कपूर हाईस्कूल की परीक्षा में दो बार फेल हो गए थे। यूनुस बताते हैं कि इसके बाद पिता ने एक दिन उनसे पूछा कि आगे क्या करना है तो राज कपूर ने जवाब दिया फिल्मों में काम करना है। 

यहीं से बदल गई राज कपूर की जिंदगी। सबसे पहले उन्हें क्लैप ब्वाय के रूप में काम करने के लिए भेजा गया। वह सेट पर सफेद ड्रेस पहनकर जाते थे और इसके पीछे भी वजह यह थी कि वह शाम को घर लौटें तो अपने गंदे कपड़ाें को देखकर मुश्किल सफर के संघर्ष को समझें। सेट पर काम करने के दौरान ही एक बार क्लैप एक वरिष्ठ अभिनेता की दाढ़ी में लग गया था और उन्हें अपनी गलती का अहसास भी हुआ था। रोमांस किंग राज कपूर और नरगिस के प्रेम के किस्से भी छिड़े। 

यूनुस ने बताया कि राज कपूर ने नरगिस के साथ 16 फिल्में की थीं। वह उनकी फिल्मों का जरूरी हिस्सा थीं। राज कपूर सबकुछ नरगिस के हिसाब से करते थे। बाद में उनमें दूरियां हुईं तो एक बार उनके लिए किसी नरगिसी नजर... वाले गीत की पेशकश हुई तो उन्होंने इसे ठुकरा दिया। 

यतींद्र ने बताया कि राज कपूर के ही कहने पर नरगिस कभी हाई हील सैंडिल नहीं पहनती थीं और एक दिन जब नरगिस हाई हील पहनकर आईं तो वह घबरा गए और यह समझ भी गए कि अब उनके प्रेम की डोर कमजोर हो गई है।

फिल्मों का हिस्सा बनीं जिंदगी से जुड़ी घटनाएं

राज कपूर नरगिस को साइन करने के लिए गए थे और वह आटा गूंथते हुए ही बाहर निकली थीं। यूनुस बताते हैं कि यह चित्र भी उनके दिमाग में छा गया था। उन्होंने अपनी जिंदगी का यह किस्सा सुपरहिट बॉबी में डिंपल पर फिल्माया। कई और फिल्मों भी उन्होंने ऐसे ही प्रयोग किए थे।

हिना में टूटी सरहद की दीवार

यूनुस ने फिल्म हिना के बारे भी बताया। इसमें बतौर निर्माता उन्होंने ऐसी प्रेम कहानी को आकार दिया, जिसमें सरहद की दीवारें तक दरक गईं। उन्होंने कहा कि शायद इसी से प्रेरित होकर ही बाद में वीरा जारा जैसी फिल्में भी बनीं। 

यतींद्र ने कहा कि राज कपूर को समझने के लिए ढेरों राज कपूर के पास जाना होगा। राज कपूर को ग्रेटेस्ट फिल्म पर्सनैलिटी मानने के एक सवाल पर यतींद्र ने कहा कि वह जवाब नहीं दे सकते, लेकिन अगर कोई श्री 420 ही देख ले तो यह समझ जाएगा कि राज कपूर सबसे बड़े सितारे थे।

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