निलंबित IPS जसबीर सिंह की मांग, दूसरे राज्य से कराई जाए मामले की जांच; सरकारी विरोधी टिप्पणी के हैं आरोप
प्रतापगढ़ के निलंबित आईपीएस अधिकारी जसबीर सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों की जांच दूसरे राज्य से करवाने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में गृह विभाग को पत्र भी लिखा है। सूत्रों की मानें तो सरकार ने उन्हें बर्खास्त करने की तैयारी कर ली है। जसबीर सिंह पर सरकार की नीतियों के खिलाफ बयानबाजी करने के आरोप हैं।
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ। निलंबित आइपीएस अधिकारी जसबीर सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों की जांच दूसरे राज्य से करवाने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में गृह विभाग को पत्र भी लिखा है। बता दें कि जसबीर सिंह को सरकार के विरुद्ध बयानबाजी करने व अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित किया गया था। उनके खिलाफ शासन स्तर से भी जांच करवाई जा रही है। सूत्रों की मानें तो सरकार ने उन्हें बर्खास्त करने की तैयारी कर ली है, इसलिए उन्होंने सरकार से गुजारिश की है कि किसी दूसरे राज्य से मामले की गहनता से जांच करवाई जाए। इसके बाद ही कोई फैसला लिया जाए।
सरकार के खिलाफ की थी बयानबाजी
बता दें कि प्रतापगढ़ में तैनाती के समय सरकार विरोधी बयानबाजी करके जसबीर सिंह चर्चा में आए थे। इसके बाद कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह के साथ भी उनके विवाद की खबरें आई थीं।
पांच साल पहले किया गया था निलंबित
जसवीर सिंह, साल 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। जब उन पर सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने के आरोप लगे तो उन्हें निलंबित कर दिया गया। इसके बाद संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने जसवीर सिंह के खिलाफ चल रही जांच की जानकारी बीते दिनों सरकार से मांगी थी।जसबीर सिंह ने सरकार से किया अनुरोध
सूत्रों के अनुसार, खबर है कि सरकार अब उन्हें बर्खास्त करने की तैयारी में है। इसके लिए यूपीएससी की तरफ से राष्ट्रपति को प्रस्ताव भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद उन्हें बर्खास्त किया जाएगा। उन्होंने इससे पहले ही यूपीएससी से अनुरोध किया है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच किसी दूसरे राज्य से कराने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाए। उन्होंने इस संबंध में गृह विभाग को पत्र भी लिखा है।
क्या है पूरा मामला?
ये बात साल 2019 की है। प्रतापगढ़ में एसपी रहते हुए जसबीर सिंह ने एक वेबसाइट से बातचीत के दौरान शासन की नीतियों और कार्यप्रणाली को लेकर कई बयान दिए थे। उन्होंने अफसरों के तबादले पर सरकार की नीतियों, एनकाउंटर के मुद्दों आदि पर खुलकर बात की थी। साथ ही सरकार की नीतियों पर कई गंभीर सवाल खड़े किए थे। उसी समय उन्हें निलंबित कर दिया गया था। वे पांच सालों से निलंबित चल रहे थे। अब उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है।इतना ही नहीं, जसबीर सिंह का रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से भी विवाद हुआ था, उस समय भी वह काफी चर्चा में रहे थे।इसे भी पढ़ें- प्रतापगढ़ में पूर्व विधायक और सपा नेता के समर्थकों में भिड़ंत, पांच घायल; खूब हुआ हंगामा
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