यूपी में उपखनिजों के अवैध परिवहन-ओवरलोडिंग का खेल, तीन दिन में वसूला गया 1.5 करोड़ रुपये का जुर्माना
भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के विशेष अभियान में उप खनिजों के अवैध परिवहन और ओवरलोडिंग का खुलासा हुआ। तीन दिन में 400 से अधिक वाहन पकड़े गए, विभाग ने 1.5 ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा चलाए गए विशेष अभियान ने प्रदेश में चल रहे उप खनिजों के अवैध परिवहन, ओवरलोडिंग और अवैध खनन की हकीकत खोल दी।
केवल तीन दिन में 400 से अधिक वाहन पकड़े गए और विभाग ने 1.5 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला। इसके बाद सचिव एवं निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म माला श्रीवास्तव ने लोडिंग मानकों का कड़ाई से अनुपालन के कराने के निर्देश दिए हैं।
विभिन्न जिलों में अवैध खनन की शिकायतें हैं। अवैध परिवहन और ओवरलोडिंग के मामले भी पूर्व में सामने आते हैं। विभागीय कोशिशों के बाद भी इस पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
सोमवार को हुई विभागीय समीक्षा बैठक में बताया गया कि प्रदेश में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत विभिन्न जिलों में स्थानीय अधिकारियों व विशेष जांच दल द्वारा तीन दिन में उपखनिजों का परिवहन करने वाले पांच हजार से अधिक वाहनों को चेक किया गया।
इनमें अवैध परिवहन-ओवरलोडिंग में पकड़े गए 400 वाहनों में से सोनभद्र में 54, मीरजापुर में 23, जालौन में 32, बलिया में 21 और गोरखपुर में 15 वाहन पकड़े गए हैं। सभी पर अर्थदंड लगाया गया है। अवैध खनन, परिवहन-ओवरलोडिंग पर तीन दिनों में सात प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है।
निदेशक ने सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अन्य राज्यों से उपखनिजों का परिवहन इंट्रा स्टेट ट्रांजिट पास के साथ ही हो। किसी भी दशा में ओवरलोडिंग न होने दी जाए। सोर्स प्वाइंट पर ही कड़ाई से लोडिंग मानकों का पालन कराया जाए।
अत्याधुनिक कैमरायुक्त चेकगेट्स को भी 24 घंटे संचालित किया जा रहा है। विशेष सचिव एवं अपर निदेशक अरुण कुमार ने प्रभावी प्रवर्तन लगातार जारी रखने के निर्देश दिए।

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