यूपी को देश का खाद्य गोदाम बनाएंगे योगी आदित्यनाथ, जानिए कैसे?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पार्टनरशिप कान्क्लेव में कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों का ब्योरा और भविष्य का रोडमैप प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि यूपी को देश का खाद्य गोदाम बनाया जाएगा। इसके लिए किसानों को तकनीकी से जोड़कर कृषि उत्पादन में वृद्धि की जाएगी। कान्क्लेव में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गईं जिनमें नव कृषि नेटवर्क और कार्बन किसान कनेक्ट का शुभारंभ भी शामिल है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पार्टनरशिप कान्क्लेव में कृषि के क्षेत्र किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों का ब्योरा और भविष्य का रोडमैप प्रस्तुत किया। योगी ने कहा कि यूपी अपार संभावनाओं वाला राज्य है। यह खाद्यान्न सरप्लस प्रदेश है और इसकी पहचान खाद्य बास्केट के रूप में है। अब हम तेजी से किसानों को तकनीकी से जोड़कर कृषि उत्पादन में तीन से चार गुणा तक बढ़ोतरी करेंगे और यूपी को देश का खाद्य वेयर हाउस (गोदाम) बनाएंगे।
होटल ताज में बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन व विश्व बैंक द्वारा गुरुवार को आयोजित कान्क्लेव में योगी ने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि देश में कुल कृषि योग्य भूमि में से 11 प्रतिशत जमीन यूपी में है जबकि कुल आबादी का 17 प्रतिशत हिस्सा यहां निवास करता है। फिर भी हम देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन का 20 प्रतिशत पैदा करते हैं। एक लाख किसानों को सोलर पैनल उपलब्ध कराकर सिंचाई व बिजली की समस्या दूर की है।
उन्होंने कहा कि जब तक किसान नई तकनीक नहीं अपनाएंगे तब तक कृषि क्षेत्र में अपेक्षित वृद्धि नहीं होगी। 89 कृषि विज्ञान केंद्रों व छह विश्वविद्यालय किसानों को नई तकनीकी का प्रयोग करने को प्रेरित कर रहे हैं। वहीं कृषि विज्ञान केंद्रों व सेंटर आफ एक्सीलेंस पर नवाचार व नई टेक्नोलाजी का प्रदर्शन कर किसानों को इसे अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
कम पानी और केमिकल से मुक्त जैविक खेती पर जोर देना होगा। योगी ने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड और बाण सागर परियोजना से विंध्य क्षेत्र में सिंचाई की समस्या दूर हुई है। महोबा में अर्जुन सहायक परियोजना से किसानों की आय बढ़ी है। वर्ष 2021 तक यहां प्रति एकड़ किसान पांच हजार रुपये कमाता था लेकिन अब 50 हजार रुपये कमा रहा है।
मुख्यमंत्री ने डायरेक्ट सीडेड राइस (डीएसआर) का प्रयोग कर खेती करने वाले पांच उन्नत किसानों को सम्मानित भी किया। इसमें ड्रोन दीदी के नाम से मशहूर अयोध्या की शवीना खातून, बाराबंकी के राम सांवले शुक्ला, सीतापुर के फहद फारूकी मोहम्मद, मीरजापुर के संजय कुमार मिश्रा और सुलतानपुर के संजय पांडेय शामिल हैं।
वहीं कीनिया और उत्तर प्रदेश के बीच कृषि के क्षेत्र में साझा विकास के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) भी किया गया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
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