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CM योगी की विजयी टीम, उपचुनाव में भाजपा को 7 सीटों पर जीत दिलाई; जानिए क्या थी ये दमदार रणनीति!

यूपी में हुए उपचुनाव में योगी सरकार के 20 मंत्रियों ने अपनी अग्निपरीक्षा पास कर ली है। इन मंत्रियों ने संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में प्रवास करके पार्टी को सात सीटों पर जीत दिलाने में सफलता प्राप्त की है। पांच मंत्री करहल और सीसामऊ सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को जीत नहीं दिला पाए। लोकसभा में उम्मीद के मुताबिक यूपी में जीत ना मिलने के बाद सीएम ने खुद कमान संभाली थी।

By Sakshi Gupta Edited By: Sakshi Gupta Updated: Sat, 23 Nov 2024 10:01 PM (IST)
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यूपी उपचुनाव में योगी सरकार के मंत्रियों ने सात सीटों पर जीत दिलाई। (तस्वीर जागरण)
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। योगी सरकार के 20 मंत्रियों ने प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की परीक्षा पास कर ली है, जबकि पांच मंत्री तमाम कोशिशों के बाद भी करहल व सीसामऊ की सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को जीत दिला पाने में सफल नहीं हो पाए हैं। हालांकि, इनकी मेहनत के चलते पार्टी दोनों सीटों पर करीबी लड़ाई तक पहुंचने में सफल रही है।

उपचुनाव में भाजपा व उसके सहयोगी रालोद ने नौ में से सात सीटें जीती हैं। लोकसभा चुनाव में उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन न कर पाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपचुनाव की कमान अपने हाथों में ले ली थी। योगी ने उपचुनाव जीतने के लिए 30 मंत्रियों की तैनाती की थी, लेकिन मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की घोषणा न होने के कारण नौ सीटों पर ही उपचुनाव हुए।

नतीजतन इन नौ सीटों पर 25 मंत्रियों की तैनाती की गई थी। इनमें एक-एक मंत्री को प्रभारी मंत्री बनाया गया था। इन्हें संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में प्रवास की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। साथ ही हर सीट पर 10-10 विधायकों की भी तैनाती पार्टी ने जातीय समीकरणों को साधने के लिए की थी। सीसामऊ सीट का प्रभारी मंत्री वित्त मंत्री सुरेश खन्ना को बनाया गया था। उनके साथ राज्य मंत्री नितिन अग्रवाल को भी इस सीट पर तैनात किया गया था।

राज्यमंत्रियों को दी गई थी कमान

इसी प्रकार करहल की सीट की जिम्मेदारी प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह व योगेन्द्र उपाध्याय के अलावा राज्य मंत्री अजीत पाल सिंह को सौंपी गई थी। इन दोनों ही सीटों पर संबंधित मंत्री भाजपा उम्मीदवारों को चुनाव जिताने में सफल नहीं हो पाए। मीरापुर की सीट पर प्रभारी मंत्री अनिल कुमार, राज्य मंत्री सोमेन्द्र तोमर व केपी मलिक को तैनात किया गया था। कुंदरकी की जिम्मेदारी प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह, राज्य मंत्री जेपीएस राठौर, जसवंत सिंह और गुलाब देवी को सौंपी गई थी। इस सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज कर बड़ा उलटफेर किया है।

इसी प्रकार गाजियाबाद की सीट पर सुनील शर्मा को प्रभारी मंत्री व उनके साथ राज्य मंत्री ब्रजेश सिंह व कपिलदेव अग्रवाल को लगाया गया था। खैर में लक्ष्मी नारायण चौधरी को प्रभारी मंत्री व उनके साथ राज्य मंत्री सन्दीप सिंह को तैनात किया गया था। फूलपुर में प्रभारी मंत्री राकेश सचान के साथ राज्य मंत्री दयाशंकर सिंह को तैनात किया गया था। कटेहरी में प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के साथ संजय निषाद को तैनात किया गया था।

वहीं, मझवां सीट की जिम्मेदारी प्रभारी मंत्री अनिल राजभर के साथ आशीष पटेल व राज्य मंत्री रवीन्द्र जायसवाल तथा रामकेश निषाद को सौंपी गई थी। इन मंत्रियों ने एक माह तक संबंधित सीटों पर प्रवास करके उपचुनाव की परीक्षा पास करने के साथ पार्टी को सात सीटों पर जीत दिलाने में सफलता प्राप्त की है।

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