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    Sant Premanand Maharaj: श्री हित हरिवंश महाप्रभु की जन्मस्थली पर बरसा 'प्रेम का आनंद'

    By Ravi Prakash Edited By: Prateek Gupta
    Updated: Wed, 12 Nov 2025 06:58 PM (IST)

    ब्रज के संत प्रेमानंद महाराज ने बाद गांव में श्री हित हरिवंश महाप्रभु की जन्मस्थली के गर्भगृह में दर्शन किए। इस अवसर पर उनकी आंखों से आंसू बह निकले। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भी महाराज जी के साथ दर्शन लाभ प्राप्त किया। 

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    संत प्रेमानंद महाराज।

    संवाद सूत्र, जागरण, मथुरा। ब्रज के प्रमुख संत प्रेमानंद महाराज ने बाद गांव में बुधवार को श्री हित हरिवंश महाप्रभु की जन्मस्थली के गर्भगृह में दर्शन किए।

    इस अवसर पर प्रेमानंद महाराज की आंखों से अश्रुधारा बह निकली और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भी महाराज जी के साथ दर्शन लाभ प्राप्त किया।

    श्री हित हरिवंश महाप्रभु का निवास बाद ग्राम मथुरा के हाईवे पर स्थित है और यही श्री हित हरिवंश महाप्रभु राधावल्लभ सम्प्रदाय के संस्थापक की जन्मभूमि मानी जाती है यहां एक पौराणिक वटवृक्ष के नीचे महाप्रभु का जन्म हुआ था।

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    यही स्थान वर्षों से राधावल्लभ वैष्णव संतों की तपोस्थली बना हुआ है दर्शन का भावपूर्ण विवरणसंत प्रेमानंद महाराज के आगमन पर उन्होंने गर्भगृह में श्री वंशी अवतार हित हरिवंश के दर्शन किए।

    दर्शन के समय भावविभोर होकर उनकी आंखों से आंसू बह निकले, जिसे भक्तों ने भक्ति की सर्वोच्च अवस्था के रूप में देखा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस अलौकिक क्षण के साक्षी बने और उन्होंने भी दर्शन-सत्संग का पुण्य प्राप्त किया। 

    महाराज जी के साथ आए श्रद्धालुओं ने गहरी श्रद्धा से इस ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्थल का दर्शन किए। कार्यक्रम में स्थानीय भक्तजनों तथा राधावल्लभ संप्रदाय के अनुयायियों की उपस्थिति रही।

    श्रद्धालुओं की भीड़ ने माहौल को पूरी तरह आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। दिल्ली से आई गीता, रीना, माधुरी आदि ने कहा कि महाराज जी के दर्शन मात्र से मन में भक्ति का प्रवाह बढ़ गया। कई स्थानों पर स्थानीय लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत भी किया।

     

    बलदाऊ की भूमि पर भी पहुंचे संत

    संत प्रेमानंद महाराज, बुधवार को श्री दाऊजी महाराज दर्शन करने पहुंचे। संत प्रेमानंद के आने से पहले ही मंदिर परिसर व तीन मंजिल मंदिर भवन ख़चाखच भर गया। पीतवस्त्र धारण किए संत प्रेमानंद अपने परिकरों के साथ ब्रज के राजा श्री दाऊजी महाराज के दर्शन करने पहुंचे। मंदिर परिसर राधे राधे के जयकारों से गुंजायमान हो उठा।

     

     

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