मथुरा में अचानक आई बिहार पुलिस की टीम, कारोबारी और ड्राइवर को चुपचाप उठाया और चलती बनी, फिर…
मथुरा के एक सराफा कारोबारी निखिल और उनके चालक जितेंद्र की भूमिका बिहार में आगरा के सराफा कारोबारी अवधेश अग्रवाल की हत्या में संदिग्ध पाई गई है। बिहार पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार नंबर की पहचान की और मथुरा में दबिश देकर दोनों को हिरासत में लिया है। पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए बिहार ले गई है।
जागरण संवाददाता, मथुरा। 27 अक्टूबर की रात को बिहार में आगरा के प्रमुख सराफा कारोबारी अवधेश अग्रवाल की हत्या में मथुरा के सराफा कारोबारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई है।
कारोबारी की हत्या के बाद बदमाशों के कार से फरार होने के सीसीटीवी फुटेज बिहार पुलिस को मिले हैं। कार नंबर के आधार पर बिहार पुलिस ने मथुरा के गोविंद नगर थाना क्षेत्र के महाविद्या कालोनी निवासी सराफा कारोबारी निखिल और उनके चालक जितेंद्र की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। बिहार पुलिस ने गोविंद नगर पुलिस के साथ दबिश देकर दोनों को अपने साथ लेकर गई है।
यह है मामला
आगरा के प्रमुख सराफा कारोबारी अवधेश अग्रवाल की 27 अक्टूबर रात पटना के बाकरगंज में गोली मारकर हत्या कर दी गई। आगरा के परिणय कुंज हरीपर्वत के रहने वाले सराफा कारोबारी अवधेश अग्रवाल का बिहार में चांदी की पायल का बड़ा काम है। उनकी फर्म का पटना के बाकरगंज में कार्यालय है।28 अक्टूबर की रात 12:30 बजे अवधेश अग्रवाल अपने कार्यालय से निकलकर फ्लैट पर गए थे। वहां बदमाशाें ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद बदमाश फरार हो गए। हत्या के बाद बिहार पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इसमें पुलिस के हाथ कई महत्वपूर्ण तथ्य लगे।
बिहार पुलिस के अनुसार, अवधेश अग्रवाल की हत्या के आरोपी जिस कार से फरार हुए हैं, उसका नंबर मथुरा के सराफा कारोबारी निखिल की है। मंगलवार को बिहार पुलिस मथुरा पहुंची और गोविंद नगर पुलिस के साथ महाविद्या कालोनी में दबिश देकर सराफा कारोबारी निखिल और उनके कार चालक जितेंद्र को हिरासत में ले लिया। पुलिस दोनों को पूछताछ के लिए बिहार अपने साथ लेकर चली गई।
गोविंद नगर थाना प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर ने बताया, घटना में सराफा कारोबारी निखिल की कार का उपयोग किया गया था। निखिल के पिता हरि की पटना में सराफा की दुकान है। बिहार पुलिस पूछताछ के लिए निखिल और उनके कार चालक जितेंद्र को अपने साथ लेकर गई है।
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