39 सड़कें संवरेंगी.. ताकि मंगलमय हो आपकी यात्रा
शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए शासन ने 60 दिवसीय कार्ययोजना बन
जागरण संवाददाता, मेरठ : शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए शासन ने 60 दिवसीय कार्ययोजना बनाई है। इसके तहत नगर निगम ने 39 सड़कों का चयन किया है। इन पर सफेद पट्टी, चौराहों पर जेब्रा क्रासिग की मार्किंग और साइनेज बोर्ड लगाने का काम जल्द शुरू होगा। इससे सुंदरीकरण के साथ ही हादसों में भी कमी आएगी।
प्रमुख रूप से सिविल लाइंस की सभी सड़कें, मोहनपुरी नाला से कचहरी पुल होते हुए सूरजकुंड तक, बेगमपुल चौराहे से कचहरी पुल तक, साकेत चौराहे से गोल मार्केट- साकेत पेट्रोल पंप तक, गंगानगर मुख्य डिवाइडर रोड, तेजगढ़ी चौराहे से एल ब्लाक तिराहे तक, आरटीओ रोड, नई सड़क शास्त्रीनगर, दिल्ली रोड मेट्रो प्लाजा से भूमिया पुल की सड़क का चयन किया गया है। साथ ही घंटाघर से रेलवे रोड चौराहे, जैन मंदिर तक, घंटाघर से केसरगंज पुलिस चौकी तक, छतरी पीर वाली सड़क, खैरनगर से बच्चा पार्क तक, भूमिया पुल से हापुड़ अड्डा चौराहे तक, बुढ़ाना गेट से कोतवाली तक, कंकरखेड़ा और पल्लवपुरम सड़कें चयनित की गई हैं। साइनेज बोर्ड देंगे प्रेरक संदेश
साइनेज बोर्ड पर कहीं लिखा होगा कि सावधानी हटी दुर्घटना घटी तो कहीं पर नो पार्किंग जोन लिखा होगा। ये बोर्ड प्रमुख सरकारी कार्यालयों की दिशा भी बताएंगे।
टूटी सड़कों पर पैदल चलना भी दूभर, रोज हो रहे हादसे: लावड़ कस्बे के मसूरी मार्ग पर खस्ताहाल सड़क का निर्माण कार्य शुरू के बाद कुछ दिन पहले अधर में लटक गया था। जिसके बाद कई हादसे हो गए और लगातार हादसे हो रहे है। जिसमें कई लोग घायल हो गए। लगातार होते हादसों पर प्रशासन मौन है।
दौराला-मसूरी मार्ग स्थित सब्जी मंडी में स्थित सड़क में गहरे गड्ढे होने के चलते कुछ दिन पहले आरसीसी सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। जिसके कुछ दिन बाद एक साइड की सड़क बनाकर कार्य बंद हो गया। जिसके चले एक और नालों से निकलने वाला पानी भरा हुआ है। दूसरी और सड़क ऊंची होने के कारण वाहन नीचे आकर गिर रहे है। शनिवार सुबह एक डबल डेकर बस गड्ढे में फंस गई यात्रियों को उतारने के बाद धक्का लगाया गया, जिसके बाद बस आगे बढ़ी। कुछ देर बाद ही लावड़ से मसूरी की तरफ जा रही है एक ट्रैक्टर ट्राली का गड्ढे में पहिया गिरा और वह पलट गई। जिससे चालक मामूली रूप से घायल हो गया। रेत से भरी ट्राली पलट गई। जिससे जाम की स्थिती बन गई। स्थानीय निवासी सुरेश, अकबर, मनोज, सुशील आदि ने बताया कि लगातार यहां हादसे हो रहे है। जिससे कई बार प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है। लेकिन कोई सुनने को तैयार नही है। प्रशासन शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है।