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थाने से चाची की मृत्यु की छुट्टी ली, घर में बोला अवकाश मनाने जा रहा पंजाब; फिर कर डाली ऐसी करतूत- सस्पेंड

मेरठ में सरखेज थाने में तैनात सिपाही वीरेंद्र सिंह पढेरिया का आपराधिक इतिहास उजागर हुआ है। 2017 में ठगी के आरोप में निलंबित हो चुके वीरेंद्र पर इस बार एमबीए छात्र प्रियांशु जैन की हत्या का आरोप है। प्रियांशु की मौत से पहले वीरेंद्र ने चाची की मृत्यु का बहाना बनाकर छुट्टी ली थी। हत्या के बाद उसने परिवार को छुट्टी मनाने के लिए पंजाब-हरियाणा जाने की बात कही थी।

By sushil kumar Edited By: Aysha Sheikh Updated: Thu, 14 Nov 2024 09:13 PM (IST)
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सिपाही अपनी ही करतूत के चलते सस्पेंड - प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, मेरठ। अहमदाबाद थाने के सरखेज थाने में तैनात सिपाही वीरेंद्र सिंह पढेरिया पहले से ही अपराधिक किस्म का व्यक्ति है। 2017 में काल सेंटर चलाकर ठगी करने के आरोप में सस्पेंड हो चुका है। एमबीए के छात्र प्रियांशु जैन की हत्या करने से पहले सरखेज थाने से चाची की मृत्यु बताकर अवकाश लिया था। हत्या करने के बाद घर पर बोला की छुट्टी मनाने के लिए पंजाब और हरियाणा जा रहा है।

अहमदाबाद की क्राइम ब्रांच हत्या करने के बाद सीसीटीवी से वीरेंद्र का पीछा कर रही थी। तब पुलिस ने उसे पंजाब से गिरफ्तार किया और अहमदाबाद लाकर थाना पुलिस को सौंप दिया। पुलिस की एक टीम ने संयुक्त रूप से वीरेंद्र से पूछताछ की है। उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है। बताया जाता है कि इस मामले में भी उसे सस्पेंड कर किया गया।

क्या है मामला? 

पल्लवपुरम थाना क्षेत्र में लावड़ रोड स्थित तिरुपति गार्डन कालोनी निवासी पंकज जैन की शारदा रोड पर रोक्सी इंडस्ट्रीज के नाम से ट्रैक्टर के स्पेयर पार्ट्स की फर्म है। उनका बेटा प्रियांशु जैन अहमदाबाद से एमबीए द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। रविवार देर रात प्रियांशु अपने दोस्त पृथ्वीराज महापात्रा के साथ इंटरव्यू के लिए सूट का माप देने जा रहा था।

बाइक पृथ्वीराज महापात्रा चला रहा था। वहां से लौटते समय रास्ते में सामने से विपरित दिशा से सिपाही वीरेंद्र सिंह पढेरिया कार में सवार होकर आ रहा था। बताया जाता है कि बाइक से टकराने से कार बाल बाल बची। तभी प्रियांशु ने कार सवार सिपाही पर टिप्पणी कर दी। उसके बाद सिपाही करीब सौ मीटर तक कार को पीछे लेकर आया। उसके बाद प्रियांशु पर चाकू से हमला कर कर निकल गया।

प्रियांशु के दोस्त प्रथ्वीराज ने लोगों से मदद की गुहार लगाई। तब वहां से गुजर रही महिला मीनाक्षी बेन पंड्या अपनी कार से घायल छात्र को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर आरोपित सिपाही को गिरफ्तार कर लिया। अहमदाबाद लाने के बाद उससे पुलिस की संयुक्त टीम ने पूछताछ की है।

40 वर्षीय सिपाही वीरेंद्र सिंह सरखेज थाने में वाहन चेकिंग, चुनाव और अदालत की ड्यूटी करता था। सरखेज थाने के इंस्पेक्टर आरके धूलिया ने बताया कि वीरेंद्र सिंह 29 अक्टूबर को अपनी चाची की मृत्यु की बात कहकर छुट्टी पर गया था। उसके बाद वह ड्यूटी नहीं आया। दस नवंबर को उसने प्रियांशु जैन की हत्या को अंजाम दिया है।

वीरेंद्र सिंह पढेरिया अपराधिक किस्म का है, 2017 में काल सेंटर चलाने के लिए ठगी की थी। उस मामले में उसका निलंबन भी हुआ था। उसके बाद फिर से नारोल थाने में तैनात किया गया। उसके बाद उसका स्थानांतरण सरेखज थाने में कर दिया था। प्रियांशु की हत्या करने के बाद परिवार को यह कहकर गया था कि पंजाब में छुट्टी मनाने जा रहा है। परिवार और सीसीटीवी फुटेज के आधार ही अहमदाबाद पुलिस पंजाब पहुंची थी।

कमिश्नरी पार्क में सेंट एकेडमी के छात्र एवं महापौर मोमबत्ती जलाकर प्रियांशु जैन को श्रद्धाजंलि देते हुए। सौ. स्वयं

अब इंसाफ चाहता है प्रियांशु जैन का परिवार 

प्रियांशु जैन के पिता पंकज जैन और मां रेनू जैन और बेटी गितिका का कहना है कि हम अब इंसाफ चाहते हैं, जिस तरह से प्रियांशु को मौत के घाट उतारा गया है। उसी तरह से आरोपित को भी फांसी की सजा सुनाई जाए। उनका कहना है कि अब प्रियांशु वापस नहीं लौट सकेंगा। लेकिन परिवार को तभी शुकुन मिलेगा, तब प्रियांशु के हत्यारोपित सिपाही को सजा मिलेगी। परिवार का कहना है कि प्रियांशु के चले जाने पर पूरा परिवार बिखर गया है।

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