बेमौसम बरसात के बाद क्रय केंद्रों पर क्यों पहुंचे यूपी के किसान? सुबह से ही लग गई लंबी लाइन
उत्तर प्रदेश में बेमौसम बारिश के बाद किसान क्रय केंद्रों पर अपनी फसल बेचने के लिए पहुंचे। बारिश से फसल की गुणवत्ता प्रभावित होने के कारण किसानों को परेशानी हो रही है। क्रय केंद्रों पर पर्याप्त व्यवस्था न होने से भी किसानों को दिक्कतें आ रही हैं। किसान सरकार से व्यवस्था सुधारने और गुणवत्ता मानकों में ढील देने की मांग कर रहे हैं। सरकार ने किसानों को मदद का आश्वासन दिया है।
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राजकीय क्रय केंद्र पर किसानों की भीड़। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, कलवारी (मीरजापुर)। स्थानीय तहसील मड़िहान के अंतर्गत कलवारी स्थित राजकीय क्रय केंद्र पर शुक्रवार की रात से किसानों का जमावड़ा क्रय केंद्र पर टोकन लेने के लिए किसानों की भीड़ उमड़ी रही जबकि क्रय केंद्र प्रभारी जय प्रकाश यादव ने 1 नवंबर से धान खरीद का टोकन वितरित करने की बात कही।
शनिवार के सुबह से ही किसान टोकन लेने के लिए राजकीय क्रय केंद्र पर पहुंचकर लाइन में लगकर टोकन प्राप्त किया। क्षेत्र में हो रही बरसात से धान की फसले जलमग्न है। क्षेत्र में बरसात की वजह की वजह से कटाई मड़ाई का कार्य बाधित है।
राजकीय क्रय केंद्र पर शनिवार की सुबह टोकन के लिए पहुंचे किसान पानी में भींगतें हुए धान बेचने के लिए नंबर लगाया। राजकीय क्रय केंद्र पर किसानों की सुविधाओं का ध्यान नहीं रखा गया। क्रय केंद्र पर किसी भी प्रकार की समस्या ना हो इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था के लिए दो होमगार्ड की तैनाती की गई थी।
इस संबंध में क्रय केंद्र प्रभारी जयप्रकाश यादव ने बताया कि क्रय केंद्र पर आठ सौ किसानों को टोकन वितरित किया गया है।धान की फसल सूखने से बाद किसानों से उपज की खरीद की जाएगी। क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने वाले किसानों को वरीयता दी जाएगी। नमी मापक यंत्र ने धान की नमी मापी जाएगी।

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