'हिंदू लड़कियों को...' सपा के पूर्व सांसद एसटी हसन ने मुस्लिम युवकों को दी सलाह; BJP पर कसा तंज
सपा के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने देश के मौजूदा माहौल को देखते हुए मुस्लिम युवकों को हिंदू लड़कियों के साथ भाई-बहन जैसा व्यवहार करने की सलाह दी है। उनका मानना है कि इससे उनका भविष्य सुरक्षित रहेगा। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के गाय को राज्यमाता घोषित करने के फैसले को राजनीतिक शिगूफा बताया है। साथ ही उन्होंने सपा विधायक महबूब अली के उस बयान का बचाव किया है।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने देश के माहौल को संवेदनशील बताते हुए मुस्लिम युवकों को हिंदू लड़कियों को बहन की तरह देखने की हिदायत दी, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित रहे। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के गाय को राज्यमाता घोषित किए जाने के निर्णय को राजनीतिक शिगूफा बताया।
साथ ही अमरोहा से सपा विधायक महबूब अली के उस बयान का बचाव किया, जिसमें उन्होंने कहा था-मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ने पर भाजपा का राज खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि विधायक ने यह मजाक में कहा होगा। अगर मान लिया जाए ऐसा हो भी रहा है तो सभी हिंदुओं को मुस्लिम बनने में दो हजार वर्ष लगेंगे, इसी के साथ उन्होंने सवाल उठाया कि तब तक दुनिया बचेगी क्या...।
डॉ. हसन बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हिंदुओं के लिए गाय पूज्यनीय है, लेकिन दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में गाय का मांस खाया जाता है। हम देखेंगे कि सरकार का यह फैसला केवल चुनाव तक है या फिर इसके बाद भी जारी रहेगा।
मुस्लिम युवकों को सावधान रहने की जरूरत: एसटी हसन
बोले, समय बेहद संवेदनशील है। गरबा में गैर हिंदुओं के जाने पर रोक और वहां जाने वालों पर गोमूत्र के छिड़काव की बात कही जा रही है। हिंदू-मुस्लिम के बीच खाई खोदी जा रही है। इसलिए मुस्लिम युवकों को बेहद सावधान रहने की जरूरत है।
मुस्लिम गरबा और अन्य सार्वजनिक धार्मिक कार्यक्रमों में न जाएं। मुस्लिम युवकों को अपना भविष्य सुरक्षित रखने के लिए हिंदू लड़कियों को बहन की तरह देखना चाहिए। पता नहीं इसे लोग किस रूप लें और उन्हें जेल जाना पड़े। अभी मतांतरण के मामले में आजीवन कारावास की सजा हुई।
समाज में पहले से ही हिंदू लड़कियां और मुस्लिम युवकों की शादी होती आई हैं। यह प्यार मुहब्बत की बात है। यदि किसी को प्यार होता है और वह शादी कर लेते हैं तो गलत क्या है। क्या हिंदू लड़कों की शादी मुस्लिम लड़कियों से नहीं हुई। प्यार में हिंदू युवती मुस्लिम युवकों से शादी कर लेती हैं, बाद में परिवार, समाज और भगवा ब्रिगेड के दबाव में कह देती हैं कि उसे नहीं मालूम था कि युवक मुस्लिम है। उन्होंने प्रश्न उठाया कि दो विपरीत समुदायों की शादी को कैसे रोका जा सकता है?