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मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में 328 मतदेय स्थलों पर मतदान, मतदाताओं में दिखा गजब का उत्साह

उत्तर प्रदेश के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में 328 मतदेय स्थलों पर मतदान हुआ जिसमें सभी वर्गों धर्मों और आयु वर्ग के लोग मतदान करने बूथों तक पहुंचे। मतदान के बाद ईवीएम को स्ट्रांग रूम में जमा कराया गया। इस उपचुनाव में 11 प्रत्याशी मैदान में थे जिनकी किस्मत का फैसला 23 नवंबर को होने वाली मतगणना में होगा।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Wed, 20 Nov 2024 10:27 PM (IST)
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मुजफ्फरनगर के नवीन मंडी में ईवीएम को स्ट्रांग रूम में जमा कराने के लिए पहुंचे मतदानकर्मी। जागरण
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में 328 मतदेय स्थलों पर मतदान के बाद नवीन मंडी स्थल पर बने स्ट्रांग रूम में मतदान कर्मियों ने ईवीएम को जमा कराया। देर रात तक ईवीएम जमा कराने की प्रक्रिया चलती रही। 

उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह और एडीएम (वित्त एवं राजस्व) गजेंद्र कुमार ने ईवीएम जमा कराई। इसके साथ ही रालोद, सपा, बसपा, आसपा समेत 11 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला स्ट्रांग रूम में कैद हो गया। अब 23 नवंबर को मतगणना होगी।

मतदान के बाद पीठासीन अधिकारी समेत प्रथम मतदान अधिकारी, द्वितीय मतदान अधिकारी और तृतीय मतदान अधिकारी ने ईवीएम और मतदान सामग्री को नवीन मंडी स्थल में बने स्ट्रांग रूम में जमा किया। 

देर रात तक मतदान सामग्री जमा की गई, जिसके चलते नवीन मंडी में भीड़ रही। ईवीएम जमा करने के बाद देर रात तक मतदानकर्मी अपने घरों को पहुंचे। वहीं ईवीएम की सुरक्षा के लिए स्ट्रांग रूम के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। यहां पर पहले ही सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी नरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया, ईवीएम सुरक्षित स्ट्रांग रूम में रखवाई गई हैं। अब 23 नवंबर को नवीन मंडी स्थल पर मतगणना संपन्न कराई जाएगी।

लोकतंत्र मजबूती को दी वोट की आहुति

लोकतंत्र की सबसे बड़ी खूबसूरती यही है कि सभी वर्गों, धर्मों और आयु वर्ग के लोग मतदान करते हैं। बुजुर्ग सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं, यदि वह लाठी के सहारे मतदान करने बूथों तक पहुंचे हैं, युवा पीढ़ी को मतदान की अहमियत का संदेश दिया है। मीरापुर उपचुनाव में कई बूथों पर वोटिंग कर बुजुर्गों ने गजब का उत्साह दिखाया। बुजुर्गों ने अपनी जवानी के चुनाव को भी याद किया।

गांव सिकंदरपुर निवासी 104 वर्षीय फजर अली ने मतदान केंद्र पर पहुंचकर अपने मत का प्रयोग किया। इस उम्र में उनके मतदान के प्रति जज्बे को पुलिसकर्मी व मतदानकर्मी ने नमन किया। 

फजर अली ने बताया, उनकी जन्मतिथि 1920 है। पहले के समय में लोग मतदान के महत्व को इतना महत्व नहीं देते थे, लेकिन सरकार और प्रशासन जागरूकता कार्यक्रम चलाता है। पहले प्रत्याशी और उनके समर्थक गली-गली, गांव-गांव घूमकर वोट मांगते थे। झंडे, बिल्ले और पर्चे बांटे जाते थे। अब सभाएं होती हैं।

युवाओं ने कहा, बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की उम्मीद

लोकतंत्र के महापर्व में पहली बार मतदान करने वाले युवाओं के चेहरों पर खुशी साफ दिखाई दी। उत्साहित युवाओं ने कहा, बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार व्यवस्था की उम्मीद से मतदान किया है। जो भी प्रत्याशी जीते, उनसे यही उम्मीद है कि युवाओं की समस्या का प्रमुखता से समाधान करें। 

मीरापुर निवासी खुशी ने बताया, पहली बार मताधिकार का प्रयोग किया है। मतदान के बारे में लोगों से अक्सर सुनते थे और सोचते थे कि काश हमें भी मौका मिले। पहली बार यह अवसर मिला है, जिससे काफी अच्छा महसूस हो रहा है। 

कैथोड़ा निवासी तरुण कुमार ने बताया कि पहली बार मतदान करने का अनुभव बहुत अच्छा रहा। मतदान हमारा मौलिक अधिकार है और लोकतंत्र को मजबूत करने का अवसर मिला है। सुबह ही मतदान को लेकर तैयारियां की थी। ईवीएम का बटन जैसी ही दबाया तो बड़ी खुशी हुई।

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