यूपी के इस जिले में अतिक्रमण के नाम पर चंद दुकानें की ध्वस्त, खानाबदोशों से छीनी छत; लोगों ने कार्रवाई पर उठाए सवाल
देवबंद की रेलवे रोड पर राजकीय पॉट्री की भूमि पर स्थित कई खोखों व दुकानों को बुधवार को पालिका टीम व पुलिस ने बलपूर्वक हटवा दिया। सर्दी से बचने को खानाबदोशों द्वारा लगाए गए छप्परों को भी तोड़ दिया। अतिक्रमण के नाम पर कुछ-एक दुकानों के खिलाफ की गई कार्रवाई से नगरपालिका की कार्यशैली पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं।
संवाद सहयोगी, देवबंद। रेलवे रोड पर राजकीय पॉट्री की भूमि पर स्थित कई खोखों व दुकानों को बुधवार को पालिका टीम व पुलिस ने बलपूर्वक हटवा दिया। सर्दी से बचने को खानाबदोशों द्वारा लगाए गए छप्परों को भी तोड़ दिया। अतिक्रमण के नाम पर कुछ-एक दुकानों के खिलाफ की गई कार्रवाई से नगरपालिका की कार्यशैली पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं।
बुधवार को नगरपालिका की टीम और रेलवे रोड चौकी पुलिस ने इरफान का खोखा और पास में स्थित चाय की दुकान ध्वस्त कर दी। इसके निकट रह रहे खानाबदोश लोगों का छप्पर भी ढहा दिया। छप्पर में रहने वालों का कहना था कि वह अपने छोटे बच्चों को लेकर ठंड में कहां जाएंगे। दुकानदार इरफान का कहना था कि उन्होंने सड़क़ से कई मीटर अंदर राजकीय पाट्री की भूमि पर खोखा रखा है। अधिकारियों ने इस पर कभी एतराज नहीं जताया। हालांकि पूर्व में चेतावनी दिए बिना ही पालिका ने उनका खोखा हटवा दिया है।
नगरपालिका के अतिक्रमण प्रभारी विकास चौधरी का कहना है कि चेयरमैन के आदेश पर पालिका के ईओ ने अतिक्रमण हटवाया है। वहीं, पालिकाध्यक्ष विपिन गर्ग ने कहा कि प्रशासन के आदेश पर पालिकाकर्मी अतिक्रमण हटवाने गए थे। पूरे मामले में एसडीएम दीपक कुमार ने अनभिज्ञता जताई है।
संभल में तेजी से चल रहा अतिक्रमण हटाओ अभियान
उधर, संभल में अतिक्रमण हटाओ अभियान तेजी से चल रहा है, जिससे पूरे इलाके में खलबली मच गई है। नगर पालिका द्वारा अवैध कब्जों को हटाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे ना केवल अवैध निर्माण करने वालों में भय का माहौल है, बल्कि स्थानीय लोग भी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं व्यक्त कर रहे हैं।दरअसल, शहर में बढ़ते अतिक्रमण के कारण बाजारों और मुख्य सड़कों पर भारी जाम की समस्या देखने को मिल रही थी। राहगीरों को फुटपाथों पर चलने में दिक्कत हो रही थी, क्योंकि यह फुटपाथ दुकानदारों और खोखा वालों ने कब्जा कर लिया गया था। इसके अलावा सड़क किनारे खड़े होने वाले वाहनों ने स्थिति को और जटिल बना दिया था। नगर पालिका परिषद ने इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया है। प्रशासन ने दुकानदारों और फुटपाथ किनारे अवैध अतिक्रमण करने वालों को पहले ही नोटिस देकर अपने अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी थी। फिर बुलडोजर की मदद से अवैध अतिक्रमण को भी हटाया गया। हालांकि, कार्रवाई के दौरान कई जगह विरोध भी हुआ, लेकिन पालिका के अधिकारियों की सख्ती और भारी जुर्माने के डर से अधिकांश दुकानदार खुद ही अपने अतिक्रमण को हटाने लग गए हैं।
कई व्यापारियों ने अपने सामान को दुकान के अंदर समेट लिया है और फुटपाथ को खाली कर दिया है। अधिशासी अधिकारी डा. मणिभूषण तिवारी ने इसे शहर के विकास के लिए जरूरी बताया है। कहा कि यह कदम लंबे समय से जरूरी था। अतिक्रमण हटने से यातायात में सुधार होगा, साफ सफाई में बाधा उत्पन्न नहीं होगी। साथ ही पैदल चलने वालों को राहत मिलेगी। वहीं बाजार में अतिक्रमण की कार्रवाई के निर्णय से कुछ व्यापारी नाराज हैं। उनका कहना है कि पिछली बार एसडीएम के नेतृत्व में हुई कार्रवाई के दौरान बाजार में पहले ही दुकानें नालों के अंदर हैं। अब फिर से बाजार में पालिका की ओर से अतिक्रमण हटाने के लिए एनांउमेंट कराया जा रहा है। कहा कि यहां इसकी आवश्यकता नहीं हैं। उधर, दुकानदारों और लोगों में भी खलबली मची है कि कब बुलडोजर आ जाए और अति्क्रमण हटाना शुरू कर दे।
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