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    UPPCL: बिजली का बिल एक बार भी नहीं दिया, अब विभाग वसूलेगा 94.60 करोड़ रुपये

    Updated: Sat, 01 Nov 2025 07:04 PM (IST)

    संभल जनपद में बिजली विभाग की बकाया वसूली में बड़ी विफलता सामने आई है। 25,419 उपभोक्ताओं पर 94.60 करोड़ रुपये बकाया है, जिन्होंने कनेक्शन लेने के बाद कभी बिल नहीं भरा। बबराला डिवीजन में सबसे ज्यादा उपभोक्ता हैं, जबकि संभल डिवीजन में बकाया राशि सबसे अधिक है। विभाग वसूली के लिए आरसी जारी करने और प्रशासन की मदद लेने की बात कह रहा है।

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    जागरण संवाददाता, चंदौसी। एक ओर बिजली विभाग लाइनलास कम करने और राजस्व बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है, लेकिन दूसरी ओर बकाया वसूली में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे। जनपद संभल में ऐसे 25,419 उपभोक्ता चिह्नित किए गए हैं जिन्होंने कनेक्शन लगवाने के बाद अब तक एक बार भी बिजली बिल जमा नहीं किया है। इन उपभोक्ताओं पर विभाग का कुल 94.60 करोड़ रुपये बकाया है।

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    जनपद के तीनों डिवीजन संभल, बबराला और चंदौसी में नेवर पेड उपभोक्ताओं की स्थिति अलग-अलग है। आंकड़े बताते हैं कि बबराला डिवीजन संख्या के लिहाज से सबसे आगे है, जबकि बकाया राशि के मामले में संभल डिवीजन शीर्ष पर है। संभल डिवीजन में 8412 उपभोक्ताओं पर 41.55 करोड़ रुपये बकाया हैं।

    वहीं बबराला में 9577 उपभोक्ता हैं जिन पर 21.17 करोड़ रुपये का बकाया है। चंदौसी डिवीजन की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है, यहां 7430 उपभोक्ता नेवर पेड श्रेणी में आते हैं और इन पर 31.88 करोड़ रुपये की देनदारी है। चंदौसी और बबराला डिवीजन में नेवर पेड श्रेणी में ज्यादातर घरेलू उपभोक्ता हैं, जबकि कमर्शियल, संस्थागत, नलकूप और अस्थायी कनेक्शनों की संख्या बहुत कम है।

    बबराला क्षेत्र में घरेलू कनेक्शनों के बाद नलकूप उपभोक्ता दूसरे स्थान पर हैं, वहीं औद्योगिक कनेक्शन लगभग नगण्य हैं। इसके विपरीत संभल डिवीजन में कुटीर उद्योगों के अंतर्गत बड़ी संख्या में कनेक्शन जारी किए गए हैं, जिसके कारण इस डिवीजन में बकाया राशि सर्वाधिक हो गई है।

    नेवर पेड उपभोक्ताओं से वसूली में विभाग की ओर से की जा रही कोशिशें नाकाफी साबित हो रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे उपभोक्ताओं के यहां पहले घर-घर जाकर चेतावनी दी जाती है। इसके बाद सेक्शन तीन के तहत नोटिस जारी किया जाता है, यदि उसके बाद बिल जमा नहीं होता तो आरसी जारकी की जाती है। और में डिस्कनेक्शन कर दिया जाता है।

    जिसके बाद अमीनों द्वारा उपभोक्ताओं से वसूली की जाती है। अधीक्षक अभियंता विकास भटनागर ने बताया कि ऐसे उपभोक्ताओं से वसूली के लिए तीन डिवीजन के अधिशासी अभियंताओं को आरसी जारी करने के लिए कहा गया है। साथ ही बकाया वसूली के लिए प्रशासन की मदद भी ली जा रही है। जल्द से जल्द इन संख्यों को कम करने का प्रयास किया जा रहा है।