UP News अधिकारियों के साथ खुफिया विभाग की टीम भी सतर्क रही। इधर एसडीएम वंदना मिश्रा व सीओ अनुज चौधरी कोतवाली में चर्चा करने के बाद पैदल ही बाजार से होते हुए जामा मस्जिद पहुंचे। उन्होंने तैनात अधिकारियों और सुरक्षा बल के जवानों से सतर्कता से ड्यूटी करने को कहा गया। उधर दोनों अधिकारियों को देखकर लोग भी चौंकते नजर आए।
जासं, संभल : शाही जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर का दावा पेश होने के बाद पुलिस प्रशासन ने शहर में चौकसी और बढ़ा दी है। मस्जिद के आसपास ही नहीं बल्कि उस ओर जाने वाले रास्तों पर नाकेबंदी कर दी है। ताकि शांति व्यवस्था में किसी भी प्रकार का खलल न पड़ सके।
वहीं, तीसरे दिन एसडीएम और सीओ ने सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
मंगलवार को जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने का दावा पेश किया गया था। इसके बाद न्यायालय ने सर्वे का आदेश दिया। उसी दिन वीडियोग्राफी कराई गई और पुलिस के साथ ही पीएसी और आरआरएफ के जवानों को तैनात कर दिया गया था। वहीं, अधिकारी भी स्थिति का जायजा ले रहे थे, ताकि कोई चूक न हो सके।
गुरुवार को भी अधिकारियों के साथ खुफिया विभाग की टीम भी सतर्क रही। इधर, एसडीएम वंदना मिश्रा व सीओ अनुज चौधरी कोतवाली में चर्चा करने के बाद पैदल ही बाजार से होते हुए जामा मस्जिद पहुंचे। उन्होंने तैनात अधिकारियों और सुरक्षा बल के जवानों से सतर्कता से ड्यूटी करने को कहा गया। उधर, दोनों अधिकारियों को देखकर लोग भी चौंकते नजर आए।
रास्तों को बांस-बल्ली लगाकर किया बंद
शाही जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर का दावा पेश होने के बाद पुलिस प्रशासन सतर्क है। ऐसे में मस्जिद की ओर जाने वाले तीनों रास्तों पर बांस-बल्ली लगाकर पीएसी और आरआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है। रास्ता बंद होने से उस ओर कोई नहीं जा रहा है, यदि कोई जा भी रहा है तो पुलिस कर्मी उससे जानकारी ले रहे हैं।
ऐसे में सिर्फ वही लोग उधर से जा पा रहे थे, जिनके वहां गली में घर स्थित है। लोगों का कहना था कि बैरिकेडिंग देखकर कोरोना काल की याद आ गई। क्योंकि उस समय किसी के संक्रमित होने के बाद उस क्षेत्र को इसी प्रकार से सील कर दिया जाता था। अधिकारी भी बैरिकेडिंग के बीच से होकर निकलते हुए वहां तक पहुंच रहे थे।
मस्जिद के आसपास लगाए गए कैमरे
पुलिस प्रशासन की ओर से शहर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए तीसरी आंख से भी नजर रखी जा रही है। इससे नियंत्रण कक्ष में बैठकर अधिकारी एक ही समय में क्षेत्र की पूरी स्थिति को देखकर जानकारी कर सकते हैं। इसको प्रशासन की ओर से आपरेशन
त्रिनेत्र
नाम दिया गया है।
गुरुवार को जामा मस्जिद की ओर जाने वाले रास्तों के साथ ही चौराहों व अन्य प्रमुख स्थानों पर लगे सीसीटीवी की जांच कराई गई। साथ ही उनकी कार्य कुशलता को देखा गया। इसके अलावा मस्जिद के आसपास कुछ अन्य स्थान को चिह्नित कर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए। वैसे जिले में करीब साढ़े 12 हजार सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। जिनसे पूरे जिले की निगरानी की जा रही है।
अधिकारियों ने चारों ओर से किया निरीक्षण
गुरुवार दोपहर को एसडीएम व सीओ सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेने के लिए जामा मस्जिद पर पहुंचे थे। जहां उन्होंने पैदल ही जामा मस्जिद के चारों ओर से उसका निरीक्षण किया। साथ ही जामा मस्जिद के पीछे की ओर बनी दुकानों को देखा। एसडीएम ने बताया कि वर्ष 1920 से जामा मस्जिद संरक्षित स्मारक की सूची में शामिल है। ऐसे में इसी देखभाल की जिम्मेदारी भी पुरातत्व विभाग की है और यहां पर बिना विभाग की अनुमति के किसी प्रकार की मरम्मत का कोई कार्य नहीं किया जा सकता है।
प्रमुख चौराहों पर दिखाई दी पुलिस पिकेट
तैनात
संभल : गुरुवार को नगर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी दिखाई दी। प्रशासन की ओर से सुरक्षा की दृष्टि से नगर के प्रमुख चौराहों पर पुलिस बल को तैनात किया गया था। प्रमुख चौराहों व चिह्नित स्थान के साथ मिश्रित आबादी वाले क्षेत्र में पुलिस कर्मी भी गश्त करते हुए दिख रहे थे।
अतिक्रमण करने पर दी कार्रवाई की चेतावनी
धार्मिक स्थल प्रकरण को लेकर अधिकारी निरंतर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और कुछ कुछ देर बाद कोई न कोई अधिकारी निरीक्षण करने को पहुंच रहे हैं। गुरुवार दोपहर को एसडीएम व सीओ भी पैदल निरीक्षण करते हुए जामा मस्जिद पहुंचे। उन्होंने डाकखाना के पास दुकानदारों की ओर से सड़क तक सामान फैलाने पर नाराजगी व्यक्त की। साथ ही उनसे अतिक्रमण को हटाने के लिए कहा। वहीं, ठेले वाले और ई-रिक्शा चालक वहां से चले गए।
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