शामली में साइकिल के विवाद में बेटे ने पिता की फावड़े से काटकर हत्या की, पांच सौ मीटर दूर बाग में छिपाया सिर
Shamli Crime News In Hindi पिता की हत्या के बाद बेटे ने सिर छिपा दिया था। छोटे भाई की सूचना पर स्वजन पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। मौके पर एसपी एएसपी सीओ समेत फोरेंसिक की टीम पहुंच गई थी। पुलिस ने आरोपित बेटे को हिरासत में ले लिया। मृतक के बड़े भाई की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
संवादसूत्र, जागरण, चौसाना। साइकिल के विवाद में बेटे ने पिता की फावड़े से काटकर हत्या कर दी। सिर घटनास्थल से करीब पांच सौ मीटर दूर गन्ने के खेत में पिता के कुर्ते में छिपा दिया था।
झिंझाना थानाक्षेत्र के बल्ला माजरा गांव निवासी फजलू रहमान क्षेत्र की ही मस्जिद में इमाम थे। वह साइकिल से मस्जिद में आना-जाना करते थे। उनका बेटा जुनैद अकसर बिना बताए साइकिल ले जाता था। मंगलवार सुबह भी जुनैद बिना बताए साइकिल ले गया। जब वह घर लौटा तो फजलू रहमान ने उसको डांट दिया था, जिससे वह नाराज हो गया। इसके बाद फजलू रहमान अपने खेत पर चले गए। उनके पीछे ही जुनैद भी पहुंच गया।
जुनैट के हाथ और कपड़े खून से सने थे
कुछ देर बाद जुनैद का छोटा भाई मोनीस खेत पर पहुंचा तो पिता का शव गांव निवासी आलम के बाग में मिला। उनका सिर गायब था। माेनीस दौड़ता हुआ घर पहुंचा और जानकारी दी। स्वजन और अन्य ग्रामीण भी घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। जुनैद भी मौके पर ही था। उसके हाथ और कपड़े खून से सने थे। कुछ दूरी पर ही फजलू रहमान का बिना सिर का शव था।
ग्रामीणों ने पुलिस को जानकारी दी तो कुछ ही देर में एसपी अभिषेक, एएसपी, सीओ, थाना प्रभारी और फोरेंसिक की टीम पहुंच गई। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया।
एसपी ने बताया कि साइकिल को लेकर विवाद हुआ था। मृतक के बड़े भाई अनीस की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपित जुनैद को गिरफ्तार कर मामले की पड़ताल की जा रही है।
बाग में छिपा दिया था
एसपी ने बताया कि जब पुलिस पहुंची तो शव एक बाग में था, जबकि सिर नहीं था। पुलिस ने तलाश किया तो शव घटनास्थल से पांच सौ मीटर की दूरी पर इदरीश के गन्ने के खेत में मिला। शव को मृतक के कुर्ते में ढंककर छिपाया गया था। मृतक के अन्य कपड़े भी नहीं थे। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।
मानसिक बीमार बताया जा रहा
स्वजन का कहना है कि करीब पांच साल से जुनैद का मानसिक बीमारी का हरियाणा में इलाज चल रहा है। दो दिन पहले परिवार के लोग उसे दिल्ली उपचार के लिए लेकर जा रहे थे, लेकिन गांव से निकलते ही वह गाड़ी से कूद गया था। इसके बाद उसे घर ले आए थे। इसी बीमारी के चलते ही उसने घटना को अंजाम दे दिया। हालांकि पुलिस का कहना है कि सभी बिंदुओं की जांच की जा रही है।
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पोस्टमार्टम कराने पर भड़के लोग
पुलिस ने शव को जैसे ही पोस्टमार्टम कराने के लिए गाड़ी में रखा तो लोग भड़क गए। उन्होंने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया, और हंगामा करने लगे। पुलिस ने उनको समझाने का प्रयास किया, लेकिन नहीं माने। एसपी ने भी लोगों को समझाया, लेकिन नहीं माने। इसके बाद बल प्रयोग कर पुलिस ने लोगों को खदेड़ा और फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।