UP Chakbandi डीडीसी ने अधीनस्थों को निर्देश दिए कि स्थगन आदेश के कारण जो कार्य नहीं हो पा रहा था उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन करते हुए उसका अंतिम अभिलेख तैयार करें। उन्हाेंने किसानों को बताया की अगले वित्तीय वर्ष में गांव में चकबंदी पूरी हो जाएगी। गांव में शिविर लगा कर विरासत के प्रकरण को एक सप्ताह के अंदर निस्तारित करने के लिए एसीओ को निर्देशित किया।
जागरण संवाददाता, सुलतानपुर। करौंंदीकला के भूपतिपुर गांव में सोमवार को चकबंदी विभाग की ओर से चौपाल का आयोजन किया गया। डीडीसी आलोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी गईं। इस दौरान किसानों ने गांव में चकबंदी शीघ्र पूरा कराने की मांग की। बताया की चालीस वर्ष से चकबंदी चल रही है। हाईकोर्ट से स्थगन आदेश होने के कारण प्रक्रिया रुक गई थी।
डीडीसी ने कर्मचारियों को दिए आदेश
डीडीसी ने अधीनस्थों को निर्देश दिए कि स्थगन आदेश के कारण जो कार्य नहीं हो पा रहा था, उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन करते हुए उसका अंतिम अभिलेख तैयार करें।
उन्हाेंने किसानों को बताया की अगले वित्तीय वर्ष में गांव में चकबंदी पूरी हो जाएगी। गांव में शिविर लगा कर विरासत के प्रकरण को एक सप्ताह के अंदर निस्तारित करने के लिए एसीओ को निर्देशित किया।
पंचायतघर में लगी चौपाल में एसओसी विनय कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने संचालित योजनाओं की जानकारी दी। चकबंदी संबंधित समस्याओं को प्राथमिकता से निस्तारित करने के लिए निर्देशित किया गया। प्रधान गीता सिंह, आसाराम, सुशील सिंह, प्रिंस सिंह, ओम प्रकाश सिंह, बैजनाथ सिंह आदि उपस्थित रहे।
एक नवंबर से धान खरीद, किसानों का पंजीकरण शुरू
लखनऊ : एक नवंबर से जिले में धान की खरीद होगी। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में न्यूनतम मूल्य समर्थन योजना के सुचारू संचालन को लेकर जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार की अध्यक्षता में धान खरीद कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिए कि ई-ख़सरा की कार्रवाई जनपद में पूर्ण हो चुकी है।
धान उत्पादन का डाटा बेस प्राप्त कर उसके अनुसार किसानों का पंजीकरण किया जाए। डीएम ने कहा योजना का लाभ प्राप्त कराने के उद्देश्य से सभी धान क्रय केंद्र प्रभारी विगत वर्षों में विक्रय करने वाले किसानों के नंबर पर स्वयं वार्ता करें। केंद्र प्रभारी अपने इस कार्य का विवरण केंद्र पर सुरक्षित रखेंगे।
यह भी निर्देशित किया गया कि जिस क्रय केंद्र प्रभारी द्वारा प्रथम दिवस को जनपद में अपने केंद्र पर सर्वाधिक धान खरीद की जाएगी उसे सम्मानित किया जाएगा। धान क्रय योजना के लिए तत्काल कंट्रोल रूम स्थापित किया जाए और इसका प्रचार-प्रसार किया जाए जिससे किसानों को अपना धान विक्रय करने में कोई कठिनाई न हो।
कार्यशाला में उपस्थित सभी क्रय केंद्र प्रभारियों को ई-पास मशीन के संचालन का प्रशिक्षण भी दिया गया। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि गत वर्ष धान विक्रय करने वाले किसानों को एसएमएस भेज कर नजदीकी धान क्रय केंद्र की जानकारी उपलब्ध कराई जाए। क्रय केंद्रों पर किसानों के बैठने की व्यवस्था और पेय जल की व्यवस्था को भी सुनिश्चित कराया जाए।
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