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वाराणसी में बेसमेंट की खुदाई के दौरान धंसी मिट्टी, एक की मौत; ठेकेदार पर मनमानी का आरोप

Varanasi News - वाराणसी के भेलूपुर में निर्माणाधीन होटल के बेसमेंट की खुदाई के दौरान मिट्टी गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई और दो घायल हो गए। ठेकेदार ने शव और घायलों को अपने गृह जनपद चंदौली के अस्पताल में ले जाया जहां पोस्टमार्टम हुआ। मजदूरों का कहना है कि ठेकेदार ने सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए थे।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Wed, 06 Nov 2024 05:06 PM (IST)
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वाराणसी में बेसमेंट की खुदाई के दौरान धंसी मिट्टी, 11 मजदूर दबे; एक की मौत
जागरण संवाददाता, वाराणसी। भेलूपुर थाना क्षेत्र के जलकल कार्यालय के पास बुधवार को निर्माणाधीन होटल के बेसमेंट के लिए पिलर खुदाई करते समय मिट्टी भरभराकर गिरने से उसमें दबकर एक मजदूर की मौत हो गई। उसके साथ मिट्टी निकालने का काम कर रहे दो मजदूर भी दब गए जबकि अन्य साथी बाहर काम कर रहे थे, लेकिन मिट्टी और ईंट की चपेट में वे भी आने के साथ घायल हो गए। 

सभी को सिर, हाथ, पैर, पीठ और चेहरे पर चोटें आई हैं। पहुंचा ठेकेदार मृत बबलू और दो गंभीर रूप से घायल मजूदरों को ट्रामा सेंटर नहीं ले जाकर अपने गृह जनपद चंदौली में अली नगर स्थित मेड सिटी अस्पताल ले गया। अन्य मजदूर थाने पहुंचे तो थाना प्रभारी वीके शुक्ला ने यह कहते हुए कार्रवाई करने से मना कर दिया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कैसे हुआ हादसा

होटल के बेसमेंट के लिए सड़क से करीब 10 फीट खुदाई की गई थी। पूर्वी किनारे पर पिलर के लिए 11 मजदूर मिट्टी की खोदाई कर रहे थे। 22 वर्षीय मजदूर बबलू कुमार, उसके 45 वर्षीय पिता मुन्नालाल और 26 वर्षीय प्रकाश दीवार से सटे थे। अन्य मजदूर मिट्टी को बाहर निकाल रहे थे। उसके ऊपर दूसरे टीम के मजदूर ईंट से टीन शेड रहने के लिए बनाए थे। नीचे मिट्टी खाली होते ही ऊपर से मिट्टी भरभराकर गिर गई। 

घायल होने के बाद भी साथ में काम कर रहे मजदूर मनोज कुमार ने मिट्टी के नीचे दबे मजदूरों को बाहर निकाला। बबलू की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी जबकि उसके पिता मुन्नालाल और प्रकाश को पास ही स्थित विवेकानंद राजकीय अस्पताल पहुंचाया गया। 

डाॅक्टरों ने घायलों को ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया, लेकिन टेंगरा मोड़ (रामनगर) निवासी ठेकेदार अरुण तिवारी मृतक व दोनों घायलों को अलीनगर स्थित मेड सिटी अस्पताल ले कर चला गया।

बिना इंजीनियर के हो रहा था निर्माण

जल संस्थान कार्यालय के पास भेलूपुर-खोजवां मार्ग पर रेनू पांडेय, गौरव पांडेय और नितिन पांडेय ने विकास प्राधिकरण से बेसमेंट के अलावा चार मंजिल का नक्शा पास कराया है। ये बिल्डर से एग्रीमेंट कर होटल बनवा रहे हैं लेकिन निर्माण के दौरान कोई इंजीनियर नहीं रखे थे। 

आर्किटेक्ट के डिजाइन के अनुसार, मजदूर पिलर के लिए मिट्टी की खुदाई कर रहे थे। मिट्टी गिरने के साथ वहां अफरा-तफरी मच गई। साथी काफी मशक्कत कर अपने साथी को घायलावस्था में बाहर निकाले। अपने साथी की हालत देख दूसरे मजदूर शोर मचा रहे थे लेकिन वे कुछ कह नहीं पा रहे थे, उन्हें समझ में नहीं आ रहा था की क्या करें। 

पहुंची भेलूपुर पुलिस उन्हें समझाने के साथ थाने ले गई, लेकिन वे बार-बार अपने साथी के बारे में पूछते रहे, लेकिन वहां किसी के पास कोई जवाब नहीं था। वहीं, घायलों के परिजन लगातार उनके मोबाइल पर संपर्क जानकारी लेना चाह रहे थे।

छह माह से ठेकेदार करता रहा मनमानी

जल संस्थान कार्यालय के पास भेलूपुर-खोजवां मार्ग पर लबे रोड छह माह से पुराना तीन मंजिला मकान गिराया जा रहा था। मकान गिराने के दौरान भी भवन स्वामी की ओर से सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए थे। इसको लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार रोका-टोका भी लेकिन ठेकेदार मनमानी करता रहा। 

बिना सुरक्षा और घेराबंदी किए मजदूर पुराने मकान को गिराते रहे। उड़ रहे धूल से क्षेत्रीय लोग परेशान रहे। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि कई बार ग्रीन मैट लगाने को कहा गया लेकिन ठेकेदार सुनने को तैयार नहीं था।

बिल्डर एग्रीमेंट से बन रहा होटल, नहीं पहुंचे मालिक और बिल्डर

रेनू पांडेय, गौरव पांडेय और नितिन पांडेय बिल्डर एग्रीमेंट से होटल बनवा रहे हैं। एक मजदूर की मौत और 10 के घायल होने के बाद भी मौके पर शाम तक भवन स्वामी और बिल्डर नहीं पहुंचे। 

ठेकेदार के मोबाइल नहीं उठाने से परेशान मजदूर मालिक और बिल्डर के बारे में आसपास लोगों से पूछते रहे लेकिन कोई कुछ बताने को तैयार नहीं था। उनके पास पैसे भी नहीं थे। मजदूर विनोद का कहना है कि शव और दोनों घायलों को ठेकेदार बीएचयू ट्रामा सेंटर ले जाने की बात कही लेकिन वह मुगलसराय क्यों लेकर चले गए मालूम नहीं।

एक माह पहले स्वीकृत हुआ था मानचित्र

रेनू पांडेय, गौरव पांडेय और नितिन पांडेय ने विकास प्राधिकरण से बेसमेंट के अलावा चार मंजिल का नक्शा पांच अक्टूबर को ऑनलाइन पास कराया है। इसमें व्यावसायिक व आवासीय दोनों है। क्षेत्रफल 1124.62 वर्ग मीटर है।

पोस्टमार्टम चंदौली में होने पर मजदूरों में रोष

ठेकेदार के रवैए से मजदूर काफी आक्रोशित थे। ठेकेदार ने घायलों को अपने प्रभाव क्षेत्र के अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही उसी अस्पताल में मृतक बबलू का शव भी ले गया। बबलू के मृत मेमो उक्त अस्पताल की ओर से अलीनगर थाने को भेजा गया है। 

मजदूर साथियों का कहना था कि ठेकेदार ने उनसे बताया है कि घायलों के इलाज का खर्च उन्हें नहीं देना पड़ेगा। मृतक बबलू की मौत उक्त अस्पताल में दिखाई गई है जबकि वह घटना स्थल पर ही दम तोड़ चुका था।

एक गांव से आए थे 11 मजदूर

मिट्टी की खुदाई में लगे सभी 11 मजदूर मिर्जापुर जनपद के कौआनाथ गांव के थे। उसी गांव के अन्य मजदूर विनोद के माध्यम ठेकेदार ने उन्हें काम पर लगाया था। एक ही परिवार के मृतक बबलू, उसका पिता मुन्नालाल, चाचा सूबेदार, मनोज व जीऊत भी मिट्टी खोदने में लगे थे। उसी गांव के अन्य मजदूर विनोद, अशोक, राजकुमार, प्रकाश, राजू टिंकू भी थे। उनका घटना स्थल पर पहला दिन था।

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