हादसों से सबक: पर्वतीय मार्गों पर लगाए जाएंगे रोड साइन-रिफ्लेक्टर, अब सुरक्षित होगा सफर
उत्तराखंड में बीते हफ्ते में कई हादसों से लोगों की जान गई है। पर्वतीय मार्गों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए परिवहन विभाग और लोक निर्माण विभाग मिलकर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर दोनों विभाग पर्वतीय मार्गों पर रोड साइन और रिफ्लेक्टर लगा रहे हैं। ये संकेतक वाहन चालकों को सुरक्षित वाहन संचालन में मदद करेंगे।
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। प्रदेश के पर्वतीय मार्गों पर अब परिवहन विभाग व लोक निर्माण विभाग रोड साइन व रिफ्लेक्टर लगाना सुनिश्चित करेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में दोनों विभाग इस कवायद में जुट गए हैं।
पर्वतीय मार्गों पर वाहन दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। दुर्घटना के प्रमुख कारणों में एक सड़कों पर यातायात संकेतकों का न होना है। पर्वतीय मार्गों पर यातायात संकेतक अहम भूमिका निभाते हैं। ये न केवल सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, बल्कि यातायात को सुचारू रूप से चलाने में भी मदद करते हैं। मार्गों पर लगे यातायात संकेतक चिह्न तीन तरह के होते हैं।
अनिवार्य संकेतक, चेतावनी संकेतक और सूचनात्मक संकेतक चिह्न। अनिवार्य संकेतक चिह्न का उद्देश्य किसी अनिवार्य निर्देश या निषेध को बताना होता है। चेतावनी संकेतक तीव्र मोड़, तीव्र ढलान, भूस्खलन क्षेत्र आदि को दर्शाते हैं। वहीं, सूचनात्मक संकेतक डिवाडर, मुड़ने, रंबल स्ट्रिप व अन्य सूचनाओं की जानकारी देते हैं।
हरिद्वार रोड पुरानी बाइपास चौकी जंक्शन से नदारद पुलिसकर्मी और चलता ट्रैफिक। जागरण
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यातायात के ये संकेतक पर्वतीय मार्गों पर बेहद अहम हो जाते हैं। विशेष रूप से दूसरे राज्य से आने वाले वाहन चालकों के लिए ये सहायक सिद्ध होते हैं। इन चिह्नों को देखकर वे यह समझ सकते हैं कि आगे किस प्रकार का मार्ग है। ये वाहन चालकों को सुरक्षित वाहन संचालन में मदद करते हैं।
आराघर चौक पर वाहन की टक्कर से दुर्घटनाग्रस्त ट्रैफिक लाइट पोल जोकि वहां से गुजरने वाले वाहन चालकों के लिए खतरा बना हुआ है। जागरण
पर्वतीय जिलों में इस प्रकार के संकेतकों की खासी कमी देखी गई है। बीते कुछ माह में जहां भी बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं, वहां इस प्रकार के संकेतक नहीं पाए गए हैं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभागीय अधिकारियों को सड़क सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए थे। इसे भी पढ़ें-बगैर गारंटी ऋण दिलाने के नाम पर साइबर ठगी करते थे बदमाश, तीन नोएडा से गिरफ्तारइस क्रम में परिवहन मुख्यालय ने मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराया है कि दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए प्रदेश के पर्वतीय मार्गों के साथ ही अन्य मार्गों पर धीमी गति चेतावनी संकेत, सड़क घुमावदार संकेत के साथ ही रिफ्लेक्टर आदि साइन बोर्ड लगाया जाना आवश्यक है। विभाग इस कार्य को संबंधित विभागों के साथ अभियान के रूप में पूरा करेगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।पर्वतीय जिलों में इस प्रकार के संकेतकों की खासी कमी देखी गई है। बीते कुछ माह में जहां भी बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं, वहां इस प्रकार के संकेतक नहीं पाए गए हैं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभागीय अधिकारियों को सड़क सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए थे। इसे भी पढ़ें-बगैर गारंटी ऋण दिलाने के नाम पर साइबर ठगी करते थे बदमाश, तीन नोएडा से गिरफ्तारइस क्रम में परिवहन मुख्यालय ने मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराया है कि दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए प्रदेश के पर्वतीय मार्गों के साथ ही अन्य मार्गों पर धीमी गति चेतावनी संकेत, सड़क घुमावदार संकेत के साथ ही रिफ्लेक्टर आदि साइन बोर्ड लगाया जाना आवश्यक है। विभाग इस कार्य को संबंधित विभागों के साथ अभियान के रूप में पूरा करेगा।