Dehradun का ड्रेनेज सिस्टम फेल! मकानों की बुनियाद भी पड़ी कमजोर; टेंशन में लोग
Dehradun Water Drainage राजधानी देहरादून की कालोनियों में जल निकासी की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। हिमाद्री एवेन्यू लेन नंबर चार की कालोनी में जलभराव से घरों की नींव तक हिल गई है। निर्माणदायी संस्थाओं द्वारा पेयजल लाइन एवं सीवर बिछाने का कार्य पूरा कर दिया गया है लेकिन जलभराव की समस्या का समाधान नहीं किया गया है।
साफ देखी जा सकती हैं दीवारों में पड़ी दरारें
नींव कमजोर होने से दीवारों में पड़ी दरारें साफ देखी जा सकती हैं। कालोनी के लोग जनता दरबार से लेकर जनप्रतिनिधियों के चौखट पर हाजिरी लगा चुके हैं। बावजूद इसके समस्या का समाधान नहीं हुआ।वर्षाकाल में जलमग्न हो गई थी पूरी कालोनी
चारों ओर से बंद है कालोनी
हिमाद्री एवेन्यू लेन नंबर चार की कालोनी चहारदीवारी से घिरी हुई है। प्रवेश द्वार से लगे कुछ घर हैं, जिनको जलभराव से राहत मिलती है। सड़क का ढलान कालोनी की तरफ हैं। ऐसे में वर्षा का पानी कालोनी में एकत्र हो जाता है। इससे घरों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न होती है। घरों में बनाए रैंप को उठाने से भी कालोनी के लोगों को जलभराव से राहत नहीं मिली। यदि समय पर जल निकासी के लिए उचित व्यवस्था नहीं हुई, तो आने वाले समय में समस्या और विकट होगी।यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: दिल्ली-मुंबई समेत कई राज्यों के 134 'बड़े' लोग जमीन की लूट में शामिल, दो जिलों में सबसे ज्यादा मामलेकालोनी में जल निकासी का कोई विकल्प नहीं है। बीते वर्षाकाल में घरों एवं सुरक्षा दीवार को भारी क्षति पहुंची। निर्माणदायी एजेंसी ने पेयजल एवं सीवर लाइन बिछाने का निर्माण कार्य पूरा कर दिया है, लेकिन वर्षाकाल में होने वाले जलभराव से निपटने का कोई विकल्प नहीं निकाला। - डा. एनएस भट्ट
कालोनियों में निर्माण कार्य से परेशानी नहीं है, लेकिन सबसे बड़ी समस्या जलनिकासी की है। जलभराव से निपटने के लिए रैंप बढ़ा दिए हैं। जलभराव होने पर रैंप भी किसी काम नहीं आ रहे हैं। प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों ने मौका मुआयना किया पर समाधान नहीं निकला। - हरीश सिंह रजवार
वर्षाकाल में कालोनी में रहने लायक नहीं है। दो वर्ष तक जलभराव की समस्या नहीं थी। आस-पास जिन लोगों की निजी प्रापर्टी थी, उन्होंने सुरक्षा दीवार खड़ी कर दी है। इसके बाद से कालोनी के लोग मुसीबत झेल रहे हैं। जलभराव से घरों की नींव तक हिल गई हैं। सुनवाई कहीं से नहीं हो रही। - डा. एसएस बिष्ट
प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि को कालोनी के लोगों की समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए। एक बार मौका मुआयना किया गया। उसके बाद आगे की कार्रवाई नहीं की गई। पहले भी जनता दरबार में शिकायत दर्ज कर चुके हैं, लेकिन मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। - सुनील दत्त भट्ट
वर्षा के जलभराव से निजात को लेकर निर्वतमान पार्षद की ओर से रेन वाटर हार्वेस्टिंग टैंक का प्रस्ताव नगर निगम को भेजा है। इस संबंध में जानकारी ली जाएगी। कालोनी के लोगों के हिसाब से सड़क निर्माण का कार्य किया जाएगा। एजेंसी की ओर से पेयजल एवं सीवर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। - अनिल रावत, एई, यूयूएसडीए