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Corbett Tiger Reserve के आसपास से गुजरने वाले सावधान! अंधेरे में हाईवे पर न घूमें; क्‍योंकि यहां घूम रही है मौत

Tiger Attack in Uttarakhand कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के आसपास के इलाकों में सतर्क रहें! अंधेरे में हाईवे पर घूमने से बचें क्योंकि बाघों का खतरा मंडरा रहा है । कार्बेट के निदेशक ने ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर सतर्कता बरतने की अपील की है। बाघ के हमले से बचने के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

By trilok rawat Edited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 08 Nov 2024 02:12 PM (IST)
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Tiger Attack in Uttarakhand : अधिकारियों ने जन सुरक्षा के लिए दिशा निर्देश जारी किए। प्रतीकात्‍मक
जासं, रामनगर। Tiger Attack in Uttarakhand : ढिकुली गांव में कार्बेट टाइगर रिजर्व के जंगल में कौशल्या देवी को बाघ द्वारा मारे जाने के मामले में अधिकारियों ने जन सुरक्षा के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। घटनास्थल पर लगाए गए कैमरा ट्रैप में कई बाघ मूवमेंट करते दिख रहे हैं।

ऐसे में विभाग के लिए यह निर्णय करना मुश्किल हो रहा कि हमलावर बाघ कौन है। इसके अलावा मृतक परिवार को दो लाख रुपये का तत्कालिक सहायता दी गई है। गुरुवार को कार्बेट के निदेशक डा. साकेत बडोला ने ढिकुली गांव में ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। जिसमें बाघ के हमले से जनसुरक्षा पर मंथन हुआ।

सूर्यास्त के बाद लोग जंगल में न जाएं

ढिकुली गांव में होटल, रिसार्ट की वजह से पर्यटक ठहरे हुए हैं। तय हुआ कि होटल रिसार्ट प्रबंधकों को बताया जाए कि वह अपने पर्यटकों को अंधेरे में सड़क पर जाने से मना करें। रात में कुछ लोग शराब के नशे में लेटे हुए देखे गए। जिसे पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी ने अपने वाहन से उसे उनके घर पहुंचाया।

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सूर्यास्त के बाद लोग जंगल को न जाएं। बैठक में रात में हाथियों से गश्त कराने, रात्रि पेट्रोलिंग बढ़ाने व ड्रोन से निगरानी करने पर भी जोर दिया गया। इस दौरान उपनिदेशक राहुल मिश्रा, पार्क वार्डन अमित कुमार ग्यासीकोटी, गांव के राकेश नैनवाल, अशोक खुल्ये, राजेंद्र छिम्वाल, जगदीश छिम्वाल मौजूद रहे।

कार्बेट व आसपास 14 माह में बाघ के हमले में मारे गए दस लोग

रामनगर: क्षेत्र में मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं कम होने के बजाए बढ़ रही है। बाघ के हमले में 14 माह में दस लोग मारे गए हैं। इसका एक कारण यह भी है कि सर्दी के सीजन में बाघ काफी हमलावर हो जाते हैं।

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आंकड़ों पर गौर करें तो कार्बेट के कालागढ़ में 17 अक्टूबर को वनकर्मी पवन कुमार, दस नवंबर को तराई में महिला पूजा देवी, 12 नवंबर को शिवा गुरंग, 23 नवंबर को राम बहादुर को बाघ ने मार डाला था। इसके बाद सात दिसंबर को कार्बेट के पटरानी में बाघ ने महिला को मारा।

27 जनवरी को बाघ ने चुकुम में बुजुर्ग को मार उाला था। इसके दो दिन बाद 28 जनवरी एवं 17 फरवरी को बाघ ने ढेला में दो महिलाओं को मार डाला था। अप्रैल माह में बाघ ने बासीटीला में युवक को मार डाला। अब ढिकुली में महिला को बाघिन ने मार डाला।

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