योग में करियर की संभावनाओं को लेकर रामगढ़ कॉलेज में कार्यशाला आयोजित
राजकीय महाविद्यालय रामगढ़ में करियर काउंसलिंग प्रकोष्ठ के तत्वावधान में योग में करियर की संभावनाएं विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

योग में करियर की संभावनाएं विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला. Concept Photo
संवाद सहयोगी जागरण , मुक्तेश्वर। राजकीय महाविद्यालय रामगढ़ में करियर काउंसलिंग प्रकोष्ठ के तत्वावधान में योग में करियर की संभावनाएं विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता योग प्राध्यापिका तनुजा जोशी ने कहा कि योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि शिक्षा, विचार, संस्कृति और मस्तिष्क के संतुलित विकास का माध्यम है। उन्होंने कहा कि योग से शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक उत्थान संभव है। आज की पीढ़ी आत्महत्या, नशे और बेरोजगारी जैसी चुनौतियों से जूझ रही है, जिनसे बाहर निकलने के लिए योग एक सशक्त उपाय है।
बताया कि वर्तमान में योग में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री से लेकर शोध स्तर तक अनेक पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। तीन माह से लेकर तीन वर्ष तक की अवधि वाले ये कार्यक्रम स्वरोजगार के अवसर भी प्रदान करते हैं और स्वास्थ्य संरक्षण की दिशा में सार्थक कदम हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्रभारी प्राचार्य डॉ. माया शुक्ला ने कहा कि वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता तनाव प्रबंधन है, और योग इस दिशा में एक प्रभावी माध्यम बन चुका है। उन्होंने विद्यार्थियों से योग को जीवनशैली का हिस्सा बनाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के अंत में मेहंदी और रंगोली प्रतियोगिताओं के परिणाम घोषित किए गए। मेहंदी प्रतियोगिता में गीतांजलि प्रथम, रीता और दिव्या नेगी संयुक्त रूप से द्वितीय तथा निशा कुंवर और अंजलि तृतीय स्थान पर रहीं। रंगोली प्रतियोगिता में गौरव-प्रियांशु की टीम प्रथम, दिव्या नेगी-दीपशिखा-माही-ललिता की टीम द्वितीय और अमित-सारांश की टीम तृतीय स्थान पर रही।
कार्यक्रम का संयोजन डॉ. हरीश चंद्र जोशी ने किया। इस अवसर पर डॉ. संध्या गड़कोटी, डॉ. निर्मला रावत, डॉ. नीमा पंत, डॉ. हरेश सहित अन्य मौजूद रहे।

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