नहीं मिला फतेहपुर रेंज का आदमखोर, वापस लौटा शिकारी, अब फारेस्ट की दो टीमें कर रहीं गश्त
फतेहपुर रेंज में आदमखोर की दहशत अब भी बरकरार है। कैमरा ट्रैप और शिकारी की नजर में अादमखोर अब तक नहीं आ सका है। जिसके बाद शिकारी वापस लौट गया है। वन विभाग की टीमें गश्त कर रही हैं।

जागरण संवाददात, हल्द्वानी : फतेहपुर रेंज में आदमखोर वन्यजीव की तलाश में 12 दिन तक वनकर्मियों संग जंगल की खाक छानने वाले शिकारी हरीश धामी अब वापस लौट चुके हैं। सुरक्षा को लेकर वन विभाग की दो टीमें सुबह और रात की शिफ्ट में गश्त पर जुटी हैं। ताकि फिर से कोई अप्रिय घटना न हो। वहीं, जंगल क्षेत्र में लगाए कैमरा ट्रैप में कैद हुई एक मादा गुलदार को दो शावकों संग आबादी से सटे जंगल में देखा गया है। ऐसे में टीम उसकी निगरानी के प्रयास में भी जुटी है।
नौ दिसंबर को दमुवाढूंगा निवासी युवक को गुलदार ने मारा था। 13 जनवरी को ब्यूराखाम के टंगर निवासी महिला पर घास काटने के दौरान हमला हुआ था। जिसमें उसकी जान चली गई। इसके बाद 17 जनवरी को बजूनिया हल्दू निवासी अधेड़ की भी हमले में जान चली गई। तीनों घटनाएं रामनगर डिवीजन की फतेहपुर रेंज में हुई थी। तीसरे मामले में बाघ की संभावना ज्यादा दिखी। जिसके बाद वन्यजीव को आदमखोर घोषित कर वन विभाग ने शिकारी हरीश धामी को बुलाया। पहला काम आदमखोर को ट्रेस करने का था। तभी गोली चल सकती थी। वहीं, नियमों के मुताबिक जंगल क्षेत्र में बाघ या गुलदार को निशाना भी नहीं बनाया जा सकता था।
17 से 28 जनवरी तक वन विभाग की टीम संग शिकारी धामी ने जंगल में आदमखोर की काफी तलाश भी की। आबादी किनारे पिंजड़े लगे, लेकिन सफलता नहीं मिली। अब रेंजर केएल आर्य ने बताया कि एरीज नैनीताल में बतौर सुरक्षाकर्मी तैनात हरीश धामी वापस चले गए हैं। आबादी क्षेत्र में किसी भी तरह की हलचल होने पर उन्हें वापस बुला लिया जाएगा। फिलहाल ग्रामीणों की सुरक्षा में दो टीमें गश्त में जुटी हैं।

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