वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी के दिन इस चालीसा का पाठ करने से बदल जाएगी लाइफ


By Farhan Khan10, Oct 2025 06:08 PMjagran.com

संकष्टी चतुर्थी का पर्व

हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार, वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी का पर्व बेहद शुभ माना जाता है। यह पर्व हर साल कार्तिक महीने में मनाया जाता है। इस दौरान भगवान गणेश की पूजा की जाती है।

चतुर्थी का व्रत रखना

संकष्टी चतुर्थी का पर्व देशभर में 10 अक्टूबर को वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी है। इस दौरान चतुर्थी का व्रत भी रखा जाता है। इस व्रत से साधक के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

करें इस चालीसा का पाठ

आज हम आपको एक ऐसी चालीसा के बारे में बताएंगे, जिसका पाठ वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी के दिन करने से आपकी लाइफ बदल सकती है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।

गणेश चालीसा का पाठ करें

हम आपको गणेश चालीसा के बारे में बता रहे हैं। इससे आपकी बंद किस्मत का ताला खुल सकता है। इसके अलावा आपके बिगड़े काम धीरे-धीरे बन सकते हैं।

करें पाठ

जय गणपति सदगुण सदन,कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण,जय जय गिरिजालाल॥ जय जय जय गणपति गणराजू। मंगल भरण करण शुभः काजू॥

गणेश चालीसा का पाठ

जै गजबदन सदन सुखदाता। विश्व विनायका बुद्धि विधाता॥ वक्र तुण्ड शुची शुण्ड सुहावना।  तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन॥ राजत मणि मुक्तन उर माला। स्वर्ण मुकुट शिर नयन विशाला॥

करें पाठ

पुस्तक पाणि कुठार त्रिशूलं। मोदक भोग सुगन्धित फूलं॥ सुन्दर पीताम्बर तन साजित। चरण पादुका मुनि मन राजित॥ धनि शिव सुवन षडानन भ्राता। गौरी लालन विश्व-विख्याता॥

गणेश चालीसा का पाठ

ऋद्धि-सिद्धि तव चंवर सुधारे। मुषक वाहन सोहत द्वारे॥ कहौ जन्म शुभ कथा तुम्हारी। अति शुची पावन मंगलकारी॥ एक समय गिरिराज कुमारी। पुत्र हेतु तप कीन्हा भारी॥

इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com