शनि प्रदोष व्रत काफी अहम माना जाता है। यह व्रत हर माह की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है। धनतेरस के दिन यानी 18 अक्टूबर को शनि प्रदोष व्रत किया जाएगा।
शनि प्रदोष व्रत को भगवान शिव की कृपा के साथ-साथ शनिदेव की कृपा प्राप्ति के लिए भी खास माना जाता है। इस दिन प्रदोष काल में पूजा करना शुभ माना जाता है।
आज हम आपको कुछ ऐसे मंत्रों के बारे में बताएंगे, जिन्हें शनि प्रदोष व्रत के दिन जाप करने आपके बिगड़े काम बन सकते हैं। आइए इन मंत्रों के बारे में विस्तार से जानें।
ॐ प्रां प्रीं प्रों स: शनैश्चराय नमः ।।
ॐ शनैश्चराय विदमहे छायापुत्राय धीमहि ।
ॐ शं शनैश्चराय नमः
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः
ॐ शन्नो देविर्भिष्ठयः आपो भवन्तु पीतये। सय्योंरभीस्रवन्तुनः।।
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com